न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कसरिया गांव में बंधक बनाए गए सभी बच्चों को 11 घंटे बाद छुड़ा लिया गया है। करीब सात घंटे बाद पुलिस ने आरोपी सिरफिरे सुभाष को मार गिराया गया। सभी बच्चों को मेडिकल कराकर सकुशल वापस भेज दिया गया है।
वहीं, इस मामले में पुलिस की एक बड़ी नाकामी सामने आई है। दरअसल, गांव वालों का गुस्सा सुभाष बाथम की पत्नी रूबी पर भी निकला, जिसे गांव की महिलाओं ने जमकर पीटा। बाद में पुलिस वालों ने जैसे-तैसे गांव के चंगुल से रूबी को छुड़ाया और गंभीर हालत में अस्पताल भेजा, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
बच्चों को सकुशल छुड़ा लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ख़ुशी जाहिर की। साथ ही इस ऑपरेशन को सफल बनाने वाली पुलिस टीम को दस लाख रूपये और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है।
इस मामले में डीजीपी ओ. पी. सिंह ने बताया कि सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है। घर के अंदर बच्चों के बंधक बने होने की वजह से ऑपरेशन में थोड़ा समय ज्यादा लगा पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी सुभाष बाथम को मार गिराया है। हमें खुशी है कि इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक पूरा कर लिया गया।
UP DGP OP Singh: The operation ran for around 8 hours. We tried to engage him constructively through talks but we got information that he had firing capability and there was possibility that he had explosives in his possession. He was threatening to carry out a blast. https://t.co/QMcp8pD9k0 pic.twitter.com/Nit6XlJgl2
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2020
ऐसा बताया जा रहा है कि सिरफिरे सुभाष बाथम ने जिलाधिकारी (डीएम) को एक पत्र दिया था। इस पत्र में उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर न मिलने और शौचालय न बनने पर नाराजगी जताई थी।
साथ उसने ग्राम प्रधान सहित सचिव और डीएम को इसके लिए दोषी बताया था। यही पत्र उसने घर के बाहर फेंका था, जिसे बाद में जिलाधिकारी को दे दिया गया था।
गौरतलब है कि आरोपी शख्स ने बीती शाम मोहल्ले के 23 बच्चों को अपने घर में बर्थडे पार्टी का बहाना कर बुलाया था, उसके बाद उसने सभी को बंधक बना लिया। वहीं, जब आरोपी से बात करने की कोशिश की गई तो उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया था।