न्यूज डेस्क
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन के कोरोनावायरस को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ की अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन आपात समिति की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि दुनिया भर में 8,200 से अधिक संक्रमित मरीज हैं, जिसे देखते हुए कोरोनावायरस को एक वैश्चिक स्वास्थ्य आपात घोषित किया जाना चाहिए।
बता दें कि कोरोनावायरस धीरे-धीरे चीन के अलावा कई देशों में अपने पैर पसार रहा है। इसके की चपेट में आने से अब तक 213 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 हजार नए मामले सामने आए हैं।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने ट्वीट करते हुए कहा, मैं कोरोनावायरस को अंतरराष्ट्रीय चिंता मानते हुए एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करता हूं। उन्होंने कहा मैं इसे चीन में जो हो रहा है उसके कारण नहीं बल्कि अन्य देशों में जो हो रहा है उसके कारण इसकी घोषणा करता हूं।
बता दें कि चीन के वुहान में कोरोनावायरस के सबसे अधिक मरीज है। हालांकि हालांकि कोरोनावायरस के सिर्फ एक प्रतिशत मामले चीन से बाहर पाए गए हैं। उनमें भी ज्यादातर लोग या तो चीन की यात्रा कर लौटे थे या चीन की यात्रा करने वाले लोगों के संपर्क में आए थे। लेकिन चीन से बाहर के तीन देशों में कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा है।
जर्मनी और जापान दोनों ने ही अपने देशों में इंसानों से इंसानों में इसके प्रसार के मामलों के बारे में बताया था। WHO की इमरजेंसी कमेटी की मुलाकात पिछले हफ्ते हुई थी लेकिन उस समय इस वायरस को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य इमरजेंसी कहे जाने से पहले ही रोक दिया गया था।
कहा गया था कि इसके लिए वायरस के बारे में और जानकारी जरूरी है। टेडरोस ने इस मामले में यह भी कहा है कि WHO को पिछले हफ्ते की अपनी रिपोर्ट्स को लेकर भी बहुत दुख है। जिनमें अंतरराष्ट्रीय खतरे को ‘अधिकतम’ के बजाए ‘मध्यम’ कहा गया था।
कोरोनावायरस के कारण गूगल, फेसबुक और एपल जैसी कंपनियों ने अपना काम अस्थाई रूप से बंद कर दिया है। गूगल ने चीन में स्थित अपने दफ्तर को कुछ दिन के लिए बंद करने का फैसला किया है, वहीं फेसबुक और एपल ने अपने कामकाज को बेद सीमित कर लिया है।