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पिछले दिनों पर्दे पर आई फिल्म ‘तान्हाजीः अनसंग वॉरियर’ ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा धमाल मचा रही है। इस फिल्म में सैफ अली खान ने निगेटिव किरदार निभाया हैं। उनके किरदार को काफी सराहा जा रहा है। इसलिए तो उनके इस किरदार की तुलना लोग पद्मावत के अलाउद्दीन खिलजी से कर रहे हैं।
हाल ही में सैफ अली खान ने एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि किस तरह से इस फिल्म में इतिहास को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया जिसे लेकर अफ़सोस रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने देश में चल रहे राजनीतिक मुद्दों पर भी प्रतिक्रिया दी है।
देशभर में हो रहे प्रोटेस्ट के बारे में बात करते हुए कहा कि ये देख कर दुख होता है कि देश के लोग गलत रवैया अपनाए हुए हैं। ये हमें भाईचारे के रास्ते से अलग लेकर जा रहा है। जिस तरह से देश आगे बढ़ रहा है उससे ये साफ है कि देश से सेक्युलरिजम का नामो निशान मिट जाएगा। उनका ऐसा मानना है कि देश के लोग लाभदायक चीजों पर स्टैंड नहीं ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक एक्टर होने के नाते मेरे लिए कोई भी स्टैंड लेना सही नहीं है, क्योंकि इसकी वजह से फिल्में बैन हो सकती है और बिजनस पर असर पड़ता है। इसीलिए फिल्म इंडस्ट्री के लोग अपने बिजनस और अपने परिवार को खतरे में नहीं डालना चाहते। साथ ही कोई भी पॉलिटिकल कॉमेंट करने से बचते हैं।
इसके अलावा सैफ ने अपने इंटरव्यू में कहा कि फिल्म में जो दिखाया गया है, वो इतिहास नहीं है। ‘इतिहास क्या है, मैं इसे जानता हूं लेकिन अगर कोई कहे कि फिल्म में जो दिखाया गया है वह इतिहास है तो मैं इसे नहीं मानता।’
उन्होंने कहा कि ‘दिलचस्प होने की वजह से मैं इस रोल को लेकर बहुत उत्साहित था। लेकिन जब लोग कहते हैं कि यह इतिहास है, मैं नहीं मानता कि यह इतिहास है। मैं अच्छी तरह जानता हूं कि इतिहास क्या है।’