न्यूज डेस्क
दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी संग्राम शुरू हो चुका है। आम आदमी पार्टी ने 70 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बीजेपी भी जल्द ही अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस के सामने खासा मुश्किलें खड़ी दिखाई दे रही हैं।
दरअसल, कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं ने चुनावी मैदान में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश के बाव भी चुनाव लड़ने से मना कर दिया हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा भी चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं।
इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता जेपी अग्रवाल ने आम आदमी पार्टी को बिना जनाधार वाली पार्टी बताया। उनका मानना है कि इसी वजह से आप ने अपने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सिनियर नेताओं को विधानसभा का टिकट दिया है। साथ ही अग्रवाल ने यह भी कहा कि अगर अध्यक्ष से निर्देश और टिकट मिला तो वो चुनावी मैदान में उतरेंगे।
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को तगड़ा झटका लग चुका। दो लोगों के चुनाव न लड़ने के मना करने के बाद दिल्ली में कांग्रेस के पूर्वांचली चेहरे रहे महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को आप ने द्वारका से टिकट दे दिया है. यहां से आप ने पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श का टिकट काट दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि महाबल मिश्रा की सहमति के बाद ही आप ने उनके बेटे को चुनावी मैदान में उतारा हैं। इसके अलावा मटियामहल से पांच बार कांग्रेस विधायक रहे शोएब इकबाल ने चुनाव से पहले आप ज्वाइन कर ली। जोकि की कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका हो सकता है। हालांकि कांग्रेस नेता इस तरह की किसी भी संभावना से पूरी तरह इंकार कर रहे हैं।