न्यूज डेस्क
पूरे देश में आज हर जगह मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति के पर्व पर श्रद्धालुओं का सैलाब संगम में उमड़ पड़ा है। इस मौके पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी पर अलग ही छटा देखने को मिल रही है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्त्व है।
इस दिन लोग दान, पुण्य कर देवताओं को याद करते है। सोमवार सुबह ही देश के कई हिस्सों में मकर संक्रांति के त्योहार के दिन श्रद्धालु मंदिरों, गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे। इस उपलक्ष्य में प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार सुबह मकर संक्रांति का त्योहार मनाया।
साथ ही सभी को शुभकामनाएं दी। गोरखनाथ मंदिर के गोरक्षपीठाधीश्वर योगी ने गोरखपुर के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्हें भोग की पहली खिचड़ी दी गई।
गौरतलब है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इसी को संक्रांति कहा जाता है। मकर संक्राति के पर्व को उत्तरायण भी कहा जाता है। इस दिन गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और सूर्य की उपासना करने का विशेष महत्त्व है। इस बार सूर्य, मकर राशि में 14 जनवरी की रात 02:07 बजे प्रवेश करेगा। इसलिए संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जा रही है।
इन शुभ मुहूर्त में मनाये संक्रांति
मकर संक्रांति- 15 जनवरी 2020
संक्रांति काल – 07:19 बजे (15 जनवरी 2020)
पुण्यकाल – 07:19 से 17:42 बजे तक
महापुण्य काल – 07:19 से 09:03 बजे तक
कैसे मनाए मकर संक्रांति?
सुबह जल्दी स्नान करके सूर्य को अर्घ्य दें। इसके बाद श्रीमदभागवद के एक अध्याय का पाठ या गीता का पाठ करें। साथ ही नए अन्न, वस्त्र, तिल, खिचड़ी और घी का दान करें। पहले भोजन का भगवान को भोग लगाए उसके बाद प्रसाद रूप से ग्रहण करें।