जुबिली न्यूज़ डेस्क
वाराणसी के कमिश्नर ने काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन के लिए अब ड्रेस कोड लागू होने की खबर को अफवाह बताया है। उन्होंने कहा कि, काशी विश्वनाथ मंदिर में ड्रेस कोड की बात पूरी तरह गलत है, अफवाह है, ऐसा कोई विचार नहीं है, जिन जगहों पर ये समाचार चल रहे हैं, वे पूरी तरह असत्य हैं।
बता दें कि ऐसी खबर सामने आई थी कि काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन के लिए अब ड्रेस कोड लागू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि, काशी विद्वत परिषद की सोमवार को हुई बैठक में स्पर्श दर्शन और ड्रेस कोड संबंधित अहम फैसला लिया गया।
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बताया गया था कि, बैठक में तय किया गया कि पुरुष धोती कुर्ता और महिलाएं साड़ी पहनकर ही गर्भ गृह में स्पर्श दर्शन कर सकेंगी। ऐसा किए जाने के पीछे वजह बताई जा रही थी कि काशी विश्वनाथ मंदिर में अभी तक श्रद्धालु दूर से ही बाबा का दर्शन कर पाते थे। जिसको ध्यान में रखते हुए इस तरह का फैसला लिया गया है कि अधिक से अधिक श्रद्धालु बाबा का स्पर्श दर्शन कर पाएं।
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इतना ही नहीं इन ख़बरों में यह भी बताया गया कि स्पर्श दर्शन मध्यान आरती से पहले 11 बजे से पारम्परिक ड्रेस धोती कुर्ता और साड़ी में होगा। इसके अलावा पैंट-शर्ट, जीन्स, सूट, टाई कोट वाले पहनावे पर केवल दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
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बता दें कि, बाबा विश्वनाथ का स्पर्श दर्शन सुबह मंगल आरती के बाद होता है और फिर शाम 4 से 5 बजे तक होता है।