न्यूज डेस्क
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को देश में कई जगह इसके विरोध में प्रदर्शन हुआ। देश के ही विश्वविद्यालयों के अलावा अमेरिका के भी विश्वविद्यालय में प्रदर्शन हुआ, लेकिन मुंबई में हुए प्रदर्शन के बाद अब सवाल उठने लगा है। सवाल उठने का वाजिब कारण भी है।
दरअसल 6 जनवरी को जेएनयू हिंसा के खिलाफ मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक छात्रों ने विरोध मार्च निकाला था। लेकिन इस प्रदर्शन में ‘कश्मीर की आजादी’ की मांग करते पोस्टर भी लहराते दिखे। इसीलिए सवाल उठ रहा है कि क्या छात्रों के आंदोलन में देशद्रोही भी शामिल हो गए हैं।
मुंबई में निकाले गए इस विरोध मार्च में आईआईटी बॉम्बे, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के अलावा कई दूसरे शैक्षणिक संस्थानों के छात्र शामिल हुए थेे। विरोध-प्रदर्शनों में मशहूर फिल्मी हस्तियां भी नजर आईं। लेकिनFree Kashmir के पोस्टर्स नजर आने के बाद इस प्रदर्शन को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने इस मामले में ट्वीट कर कहा कि ‘ऐसे पोस्टर देश भर में चल रहे छात्र आंदोलन को बदनाम कर सकते हैं। आंदोलन गुमराह हो सकता है। आंदोलनकारियों को सावधानी बरतनी पड़ेगी। #JNUVoilence का कश्मीर की आज़ादी से क्या रिश्ता ? कौन हैं ये लोग ? किसने गेटवे पर भेजा इन्हें ? बेहतर होगा,सरकार इसकी जांच कराए।’
ऐसे पोस्टर देश भर में चल रहे छात्र आंदोलन को बदनाम कर सकते हैं।
आंदोलन गुमराह हो सकता है।
आंदोलनकारियों को सावधानी बरतनी पड़ेगी।#JNUVoilence का कश्मीर की आज़ादी से क्या रिश्ता ?
कौन हैं ये लोग ? किसने गेटवे पर भेजा इन्हें ?
बेहतर होगा,सरकार इसकी जाँच कराए। pic.twitter.com/oqrzBsqIcT— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) January 6, 2020
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इस विरोध-प्रदर्शन में Free Kashmir का पोस्टर नजर आने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। शिशिर घाटपाण्डे नाम के एक ट्विटर यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘दरअसल ये लोग अब पूरी तरह निश्चिन्त हो गए हैं क्योंकि ये अच्छी तरह जानते हैं कि स्वयं मुख्यमंत्री @uddhavthackeray अब उनके पाले में हैं। अब तो बस देखते जाईये, दिल्ली की ये गंदगी मुम्बई में फैलते देर नहीं लगेगी।’
संतोष दूबे नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘समय रहते सरकार द्वारा इस तरह के संवेदनशील मामलों की स्थिती का सही हल निकालकर अगर सही निर्णय नहीं लिया गया, तो ये परिस्थिति देशहित के लिए नकारात्मक स्थिति खड़ा करेगी।’
एक यूजर ने इन पोस्टरों के लिए कांग्रेस पर ही सवाल खड़े किये हैं। इधर इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि ‘ये प्रदर्शन किस लिए है? फ्री कश्मीर के पोस्टर क्यों हैं? हम मुंबई में ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से 2 किलोमीटर दूर आजादी गैंग फ्री कश्मीर के नारे लगा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे क्या आप ऐसे अभियान को बर्दाश्त करेंगे?’
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