स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी ने लखनऊ में प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रोके जाने के मामले को लेकर योगी सरकार करारा हमला बोला है। दूसरी ओर पुलिस पर प्रियंका गांधी का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा गला दबाकर रोका गया, धक्का देने से गिर गई। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने अब योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने प्रेस वार्ता करके सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरासर तानाशाही है कि प्रियंका गांधी एक विरोधी दल के नेता होने के नाते डंडे के बल पर जेल में भर्ती किए गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रही थीं, लेकिन उन्हें रोका गया, इसकी जांच होनी चाहिए।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी योगी सरकार से तीखा सवाल पूछा है कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रियंका से डरती क्यों है? उन्होंने कहा कि योगी सरकार बताये कि प्रियंका गांधी को दारापूरी से मिलने से क्यों रोका गया है। उन्होंने सूबे की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि तानाशाही रवैय्या अपनाते हुए रोका गया। उन्होंने पूछा कि क्या पीडि़तों से मिलने के लिए योगी सरकार से इजाजत लेनी पड़ेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने इस मामले में कहा कि धारा 144 की सभी शर्तों को पूरा करते हुए पीडि़त से मिलने जा रहे थे ना कि किसी अपराधी से। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के डीआईजी रह चुके दारापुरी से मिलना गुनाह क्यों है क्योंकि वह दलित है इसलिए ऐसा सलूक अपनाया जा रहा है।