न्यूज डेस्क
बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा है। बसपा प्रमुख ने कांग्रेस की भारत बचाओ, संविधान बचाओ, रैली पर ट्वीट कर कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी। उस समय उसको जनता के हितों की याद क्यों नहीं आई। यही नहीं उन्होंने कहा कि दूसरों पर चिंता व्यक्त करने के बजाये कांग्रेस अगर अपनी स्थिति पर आत्म चिंतन करती तो बेहतर होता।
1. कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को ’भारत बचाओ, संविधान बचाओ’ के रूप में मना रही है। इस मौके पर दूसरों पर चिन्ता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्म-चिन्तन करती है, तो यह बेहतर होता, जिससे निकलने के लिए उसे अब किस्म-किस्म की नाटकबाजी करनी पड़ रही है।
— Mayawati (@Mayawati) December 28, 2019
बसपा प्रमुख ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि, ‘कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को ’भारत बचाओ, संविधान बचाओ’ के रूप में मना रही है। इस मौके पर दूसरों पर चिन्ता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्म-चिन्तन करती है, तो यह बेहतर होता, जिससे निकलने के लिए उसे अब किस्म-किस्म की नाटकबाजी करनी पड़ रही है।’
दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, ‘भारत बचाओ, संविधान बचाओ की याद कांग्रेस को तब क्यों नहीं आई जब वह सत्ता में रहकर जनहित की घोर अनदेखी कर रही थी, जिसमें दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों को भी उनका संवैधानिक हक नहीं मिल पा रहा था, जिसके कारण ही आज बीजेपी सत्ता में बनी हुई है, तभी फिर BSP को भी बनाने की जरूरत पड़ी।’
बता दें कि कांग्रेस के स्थापना दिवस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी राजधानी लखनऊ में हैं। स्थापना दिवस पर आयोजित एक समारोह में प्रियंका ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘एक दमनकारी विचारधारा है, आज भी हम उसी से लड़ रहे हैं, जिससे हम आजादी के समय लड़े थे।
जिन्होंने आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया वे देशभक्त बनकर देशभर में भय फैलाना चाहते हैं। देशभक्ति के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है।’
प्रियंका ने कहा, ‘दूसरी पार्टियां सरकार से डर हुई हैं, इसलिए वे कुछ नहीं कह रही हैं। लेकिन कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है। दमनकारी विचारधारा से टक्कर है। कार्यकर्ताओं के दिल में भय और हिंसा नहीं है। उन्होंने कोई बलिदान नहीं दिया है।’