न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में आंदोलन हो रहे हैं। कई जगह लोग सड़क पर उतर कर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं तो कहीं-कहीं ये प्रदर्शनकारी उग्र हो जा रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर इन उपद्रवियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसके जरिए पुलिस इनकी पहचान कर रही है।
इस बीच सोशल मीडिया पर उपद्रवियों के अलावा कुछ पुलिस के भी वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो पुलिस की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। मेरठ से भी एसा ही एक वीडियो सामने आया है जो शुक्रवार 20 दिसंबर का बताया जा रहा है।
WATCH: Meerut SP Akhilesh N Singh tells protesters: “Go to Pakistan if you don’t want to live here. Khaoge Yahan ka, gaoge kahin aur ka?”
Is Gali ko theek kar doonga main, he tells the protestors at a Muslim-dominated locality.
Video via: @thejugnukhan pic.twitter.com/grtu3LGm0n
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) December 28, 2019
वीडियो में मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण लोगों को धमकाते हुए कहते हुए नजर आ रहे हैं, ‘चले जाओ पाकिस्तान… खाओगे यहां का और गाओगे के कहीं और का।’ यह वीडियो मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके का बताया जा रहा है। जहां CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन में उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा था।
बता दें कि लिसाड़ी गेट पर उपद्रवियों ने पुलिस पर जबरदस्त पत्थरबाजी और फायरिंग भी की थी। इसी जगह मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण और एडीएम कुछ लड़कों का पीछा करते हुए पहुंचे थे। तभी एसपी सिटी ने वहां खड़े लोगों से कहा, ‘जाना है तो चले जाओ पाकिस्तान भैया, खाओगे यहां का गाओगे कहीं और का’। आगे उन्होंने गली में खड़े लोगों को धमकाते हुए कहा, ‘यह गली मुझे याद हो गई है और याद रखना जब मुझे याद हो जाता है तो नानी तक मैं पहुंचता हूं, याद रखना आप लोग।’
इसके बाद वहां खड़े लोग उपद्रवियों के बारे में पुलिस से कहते सुनाई दे रहे हैं कि यह गलत बात है। लेकिन एसपी बार-बार लौटकर आकर लोगों से कह रहे हैं, ‘इस गली में कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे, आना फिर।’ साथ ही वह अभद्र भाषा और गालियां बोलते भी सुनाई दे रहे हैं।
इस वीडियो में एसपी सिटी और एडीएम यह भी बोल रहे हैं कि काला, पीला कपड़ा बांध कर ज्यादा बवाल कर रहे हो। एडीएम भी कह रहे हैं कि ज्यादा काले कपड़े का शौक है, सेकेंड लगेगा और सब कुछ यहां काला पड़ जाएगा, पूरी जिंदगी काली हो जाएगी।
वीडियो सामने आने के बाद अब पुलिस सफाई देने में जुटी है। पुलिस के शीर्ष अधिकारी इसे SP सिटी का नेचुरल गुस्सा बताकर उनके बयान का बचाव करते दिखे। पुलिस का कहना है कि कुछ लड़के जो काला कपड़ा पहने हुए थे वो लगातार पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग कर रहे थे, पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे। उन्हीं का पीछा करते हुए एसपी सिटी मेरठ और एडीएम पूरी टीम के साथ उस गली में पहुंचे थे और फिर सामान्य तौर पर उन लड़कों के ऊपर अफसरों का गुस्सा निकला था।
मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने लोगों को पाकिस्तान चले जाने के वायरल वीडियो पर अब सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि लिसाड़ी गेट इलाके में कुछ लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। तब उनसे कहा गया था कि अगर पाकिस्तान पसंद है तो वहां चले जाओ।
एसपी सिटी अखिलेश ने साथ ही कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पहचान की जा रही है। उनका कहना है कि वहां 18 से 22 साल के लड़के मौजूद थे। एसपी सिटी ने इस संबंध में कहा कि वह लिसाड़ी रोड से भूमिया के पुल चौराहे की ओर जा रहे थे। काफी बवाल चल रहा था।
उन्होंने कहा कि वहां हमें सूचना मिली कि एक गली में कुछ लड़के उत्पात करने की फिराक में हैं। जब हम मौके पर पहुंचे तो कुछ लड़के नारे लगा गली में दौड़े। बवाल की आशंका से हम भी दौड़े और कहा कि यदि तुम्हें पाकिस्तान से ज्यादा प्यार है तो वहीं चले जाओ।
इस मामले में एसएसपी मेरठ अजय साहनी का कहना है कि वो लड़के लोकल नहीं लग रहे हैं। अभी तक की जांच के मुताबिक, PFI और SDPI की साजिश थी मेरठ में हिंसा भड़काने की। पर्चे काफी दिन से बांटे जा रहे थे। उन्हीं का हाथ है। हमारे पास काफी सबूत है। हमने PFI और SDPI के 2-2 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।