न्यूज डेस्क
देश में मंदी और आर्थिक सुस्ती के बीच सबकी नजरें पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अपना दूसरा पूर्ण बजट पेश कर सकती हैं। उससे पहले वित्त मंत्री लगातार आर्थिक सुधार के लिए बैठकें कर रही हैं।
इस क्रम में सरकारी बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन और उनके कारोबार की वृद्धि की समीक्षा करने के लिये इन बैंकों के प्रबंध निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ शनिवार यानी आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैठक करेंगी।
सूत्रों की माने तो मांग व उपभोग को तेज करने में बैंकों की भूमिका को देखते हुए बजट से पहले सरकारी बैंकों के सीईओ और प्रबंध निदेशकों के साथ वित्त मंत्री की यह बैठक विशेष महत्व रखती है।
सूत्रों ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के जरिये तथा अन्य उपायों से गैर-निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) की वसूली के बारे में भी चर्चा हो सकती है।
बता दें कि बैंकों ने पिछले चार साल में 4,01,393 करोड़ रुपये के एनपीए वसूले हैं। इनमें सिर्फ 2018-19 में ही 1,56,702 करोड़ रुपये वसूल किये गये।
सूत्रों ने कहा कि बैठक में बैंकिंग क्षेत्र के हालातों पर चर्चा हो सकती है तथा उन्हें ऋण वितरण की वृद्धि दर तेज करने को कहा जा सकता है। इसके अलावा बैंकों को रेपो दर में की गयी कटौती का पूरा लाभ उपभोक्ताओं को देने के लिये भी कहा जा सकता है।