न्यूज़ डेस्क
सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रर्दशन के बाद बसपा प्रमुख मायावती नें मुस्लिम समुदाय को सतर्क रहने को कहा है। यह बात उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कही है। बता दें कि इससे पहले मायावती ने सीएए के विरोध प्रर्दशन में हुई हिंसा को लेकर उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग सरकार से कर चुकी है।
मंगलवार को बसपा सुप्रीमों ने ट्वीट किया कि बसपा की मांग है कि केन्द्र सरकार सीएए और एनआरसी को लेकर खासकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्द से जल्द दूर करे। साथ ही सरकार उनको पूरे तौर से सन्तुष्ट कराए जोकि उनके लिए बेहतर होगा।
इसके साथ ही मायावती ने मुस्लिम समाज के लोगों को सावधान रहने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनैतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं।
2. लेकिन इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग सावधान भी रहें। कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनैतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं।
— Mayawati (@Mayawati) December 24, 2019
बता दें कि सीएए के विरोध प्रदर्शन के बाद से मायावती लगातार ट्वीट के जरिये से कभी सरकार के खिलाफ कड़क रुख अपनाये हुए तो कहीं नरमी दिखाती है। इससे पहले उन्होंने सीएए के विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा को लेकर सरकार से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की थी। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को भी निष्पक्ष रूप में कार्य करने के लिए कहा।
मायावती ने राजधानी लखनऊ में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन पर बिना किसी का नाम लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या धरने में हिंसा की कोई जगह नहीं है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि हमने नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध किया है और करते रहेंगे। लेकिन अन्य पार्टियों की तरह हम सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने और हिंसा पर विश्वास नहीं करते हैं।