न्यूज डेस्क
दलित वोट बैंक की राजनीति को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर के बीच की लंबे समय से खींचतान चल रही है। मायावती अक्सर अपने बयानों के जरिए चंद्रशेखर पर हमलावर रहती हैं और भीम आर्मी को बीजेपी की बी टीम कहती हैं। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बसपा और भीम आर्मी दोनों ही एक राह पर है और इस कानून का विरोध कर रहे हैं लेकिन मायावती अभी भी चंद्रशेखर पर वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहीं हैं।
भीम आर्मी के चीफ इन दिनों दिल्ली पुलिस के गिरफ्त हैं, वो दिल्ली में अपने सहयोगियों के साथ नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विराध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद पुलिस उन्हें और उनके 21 साथियों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच मायावती ने ट्वीटर के जरिए चंद्रशेखर पर हमला बोला है।
मायावती ने एक ट्वीट में कहा, चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ उत्तर प्रदेश की बजाय दिल्ली के जामा मस्जिद के विरोध प्रदर्शन में शामिल होता है और अपनी जबरन गिरफ्तारी करवाता है, क्योंकि यहां जल्दी विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसके साथ ही मायावती ने पार्टी के लोगों से अपील की कि ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों और पार्टियों से हमेशा सचेत रहें।
2. जैसे यह यू.पी. का रहने वाला है, लेकिन CAA/NRC पर यह यू.पी. की बजाए दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाता है क्योंकि यहाँ जल्दी ही विधानसभा चुनाव होने वाला है।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2019
3. अतः पार्टी के लोगों से अपील है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों से हमेशा सचेत रहें। वैसे ऐसे तत्वों को पार्टी कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना प्रयास क्यों ना कर ले?
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2019
मायावती ने कहा कि दलितों का आम मानना है कि भीम आर्मी का चंद्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर खासकर बसपा के मज़बूत राज्यों में षडयंत्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर, प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है।
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बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ के लिए पुलिस ने शनिवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल होने के लिए बीस अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि दिल्ली में तोड़फोड़ और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद समेत 21 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। आजाद भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे।
पुलिस ने दिल्ली के सीलमपुर में हिंसा के लिए पांच और दिल्ली गेट के पास पुरानी दिल्ली से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। भीम आर्मी का विरोध शुक्रवार की नमाज के बाद दोपहर एक बजे के बाद शुरू हुआ था। जामा मस्जिद में चल रहे विरोध प्रदर्शन में आजाद ने भी हिस्सा लिया था। हालांकि जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की, तो वह अपने समर्थकों के बीच ओझल हो गए। इसके बाद उनका और पुलिस का आपस में लुका-छिपी का खेल चलता रहा। अब पुलिस ने आखिरकार आजाद को गिरफ्तार कर लिया है।