न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून 2019 के खिलाफ उत्तर प्रदेश में उग्र प्रदर्शन जारी है। राजधानी लखनऊ से भड़की हिंसक आग पूरे प्रदेश में फैल चुकी है। यूपी के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है।
हिंसक विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। हालांकि, डीजीपी मुख्यालय ने 15 की मौत की ही पुष्टि की है। वहीं, 263 पुलिसकर्मी जख्मी हैं। 57 पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है जो प्रदर्शनकारियों की ओर से चलाई गई है। अभी तक की कार्रवाई में 405 रिवॉल्वर और कट्टे बरामद किए गए हैं।
अभी हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसे देखते हुए सरकार ने 4 लोगों की एक टीम बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी। यह टीम सरकारी संपत्ति के नुकसान का जायजा लेगी और अगले कदम पर कार्रवाई शुरू करेगी।
यदि दंगाई भुगतान करने में विफल रहते हैं तो यह राशि, उनकी संपत्तियों को जब्त कर के वसूला जाएगा। यह आदेश 2010 के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले पर आधारित है, जो सरकार को इससे होने वाले नुकसान से उबरने की अनुमति देता है।
पश्चिम बंगाल के मालदा से छह लोग लखनऊ में गिरफ्तार
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमने छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पश्चिम बंगाल के मालदा से हैं। उन्हें लखनऊ में हिंसा के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
Lucknow SSP, Kalanidhi Nathani: We have arrested six persons who hail from Malda in West Bengal. They were arrested from the spot of violence in Lucknow. (21.12) pic.twitter.com/Wo9dhI8znU
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2019
एक आंकड़े के मुताबिक शनिवार रात तक 5400 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। अलग-अलग जुर्म में 705 लोगों को जेल भेजा गया है। पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने 1000 राउंड से ज्यादा फायरिंग की है। ये फायरिंग अलग अलग बोर (.315, .32) के पिस्तौल से की गई हैं। अभी तक 405 खाली कारतूस बरामद किए गए हैं। इन्हें प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान फायर किया था। 18 मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है। इसमें पता चला है कि मौत के पीछे देसी पिस्तौल से चली गोलियां असल वजह हैं।
वहीं सोशल मीडिया पर भी पुलिस लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है. आईजी ने बताया कि सोशल मीडिया के 14,101 आपत्तिजनक पोस्टों से संबंधित लोगों पर कार्रवाई की गई है। इनमें टि्वटर की 5965, फेसबुक की 7995 और यूट्यूब की 142 आपत्तिजनक पोस्टों पर कार्रवाई की गई है। इनमें 63 एफआईआर दर्ज की गई हैं, वहीं 102 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, इनके अलावा 442 पाबंद किए गए हैं।
इस बीच अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद 15 दिसंबर से सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। वहीं, मेरठ में हिंसा की चपेट में आए और अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुजफ्फरनगर में प्रशासन ने 300 दुकानों पर सील लगा दी है। देवबंद में भी बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे।