न्यूज डेस्क
नागरिकता कानून विरोध की आग में दिल्ली और पूर्वोत्तर के राज्यों में फैलने के बाद अब यूपी में भी भड़कती नजर आ रही है। अलीगढ़ और राजधानी लखनऊ में हुए उग्र प्रदर्शनों की चिंगारी पूर्वांचल के मऊ जिले तक पहुंच गई है। मऊ जिले में सोमवार को नागरिकता संशोधन ऐक्ट के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए हैं।
सोमवार दोपहर मऊ में हजारों प्रदर्शनकारियों ने जहां सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया, वहीं शाम को भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने यहां एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की । इसके अलावा भीड़ ने दक्षिण टोला थाने को भी आग के हवाले कर दिया। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि मऊ में फिलहाल हालात काबू में हैं और तनाव को देखते हुए जिले में धारा 144 लगा दी गई है।
मऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच नदवा कॉलेज के बाद लखनऊ प्रशासन ने एहतियातन शिया पीजी कॉलेज में डेरा जमा कर रखा है। सूत्रों की माने तो शिया कॉलेज कानून के विरोध में प्रदर्शन हो सकता है।
दूसरी ओर नागरिकता कानून के विरोध में अब राजनीतिक दल भी उतर चुके हैं। मंगलवार सुबह विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों ने विधान भवन स्थित चरण सिंह की प्रतिमा के निकट धरना दिया।
विधानसभा परिसर में जनविरोधी सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी का विरोध प्रदर्शन !
• संविधान विरोधी CAA, NRC
• प्रदेश में बेटियों पर बढ़ता हुआ अत्याचार
• किसान को गन्ना एवं धान का उचित मूल्य ना मिलना
• बढ़ती बेरोजगारी, महँगाई
• बदहाल स्वास्थ्य एवं शिक्षा
के खिलाफ प्रदर्शन ! pic.twitter.com/nAc8zfaSlW— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 17, 2019
सपा के दोनों सदनों के सदस्यों ने इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून, बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार और गन्ना, धान व आलू किसानों की समस्याओं को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। नूरपुर विधानसभा सीट से सपा विधायक नईमुल हसन ने शर्ट उतार कर अपना विरोध जताया।
मुसलमानों से बीजेपी बदला ले रही
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विभाजनकारी है। देश के मुसलमानों से बीजेपी बदला ले रही है। बसपा संसदीय दल ने भी राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। हमारी पार्टी यूपी विधानसभा में भी नागरिकता कानून और महिलाओं के खिलाफ अपराधों के खिलाफ आवाज उठाएगी।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदेश सरकार ने पश्चिमी यूपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ रविवार को हुए प्रदर्शनों के बाद अलीगढ़ और मेरठ में मंगलवार तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा सहारनपुर और कासगंज जिले में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है। तनाव की स्थिति के बीच मेरठ, सहारनपुर, कासगंज, अलीगढ़ जिलों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कंपनियों की तैनाती की गई है।