न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दक्षिण दिल्ली में रविवार रात हुई जबरदस्त हिंसा के बाद हुई पुलिस कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के 50 छात्रों को आज सुबह रिहा कर दिया गया। जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में छात्र अब छोड़-छोड़ कर जा रहे हैं। जारी तनाव के बीच यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी 2020 तक बंद कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम.एस. रंधावा ने जानकारी देते हुए बताया कि 50 में से 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्टेशन से, जबकि 15 छात्रों को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन से रिहा किया गया है।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने जमकर तांडव मचाते हुए 3 बसों को फूंक दिया, कई वाहनों में तोड़फोड़ की। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने आग बुझाने आई दमकल की एक गाड़ी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। वहीं दूसरी तरफ जामिया प्रशासन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्रों की बर्बरतापूर्वक पिटाई की।
इस बीच दिल्ली पुलिस के द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज का पूरे देश में विरोध हो रहा है। प्रदर्शन को देखते हुए पश्चिम बंगाल, मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, हावड़ा में इंटरनेट की सुविधा को बंद किया गया है। पुड्डुचेरी यूनिवर्सिटी में छात्रों ने क्लास बायकॉट करने का ऐलान किया है।
रविवार को हुए प्रदर्शन के बाद राजधानी में कई स्कूलों को बंद किया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि दिल्ली में साउथ ईस्ट जिले में ओखला, जामिया, न्यू फ्रैंड्स कालोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे।