न्यूज डेस्क
पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को कानपुर के दौरे पर आएंगे। पीएम मोदी ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट की समीक्षा करने के साथ ही उसमें गिर रहे नालों की जाएजा लेंगे। इस बीच वो एक स्पेशल स्टीमर में सवार होकर गंगा में सैर करेंगे। इसके बाद नेशनल गंगा काउंसिल की पहली बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
जानकारी के अनुसार, इस बैठक में शामिल होने के लिए 12 केंद्रीय मंत्री, नौ केंद्रीय विभागों के सचिव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। लेकिन बताया जा रहा है कि बिहार के सीएम की जगह सुशील मोदी इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
स्टीमर में सवार होकर करेंगे गंगा का निरीक्षण
पीएम के कार्यक्रम के बारे में कानपुर के पुलिस अधीक्षक राज कुमार अग्रवाल ने बताया कि पीएम मोदी कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पहुंचेंगे और फिर वहां से हेलीकॉप्टर से सीएसए यूनिवर्सिटी जाएंगे।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi 14 दिसंबर 2019 को कानपुर, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में प्रतिभाग करेंगे। pic.twitter.com/5YcaGfszV4
— BJP (@BJP4India) December 13, 2019
इसके बाद पीएम नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक करने के बाद अटल घाट जाएंगे और 50 मिनट तक एक स्पेशल स्टीमर से गंगा में नौका विहार करेंगे। मोदी के नौका विहार के लिए वाराणसी से डबल डेकर स्टीमर को कानपुर लाया गया है।
16 नालों को स्थाई रुप से किया गया बंद
यूपी के शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कानपुर में गंगा नदी में सभी 16 नालों से बहने वाले 300 एमएलडी को बीते गुरुवार रात से स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। साथ ही नदियों में प्रदूषक तत्वों को डालने वाले सीवर और नालियों के बंद होने से नदी के जल में परिवतर्न दिखेगा।
सीसामऊ नाला भी पूरी तरह से बंद
कानपुर में गंगा नदी की स्थिति को सबसे खतरानाक स्थिति में पहुँचाने वाला सीसामऊ नाला अब पूरी तरह से टैप हो चुका है। यह नाला रोजाना 145 एमएलडी जहर गंगा में उड़ेलता था लेकिन अब उसकी धारा को बंद कर दिया गया है। नमामी गंगे योजना के तहत इस नाले को बंद किया गया है।
योगी की सेल्फी हुई थी वायरल
बता दें कि पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ की एक सेल्फी वायरल हुई थी जोकि इसी नाले पर खड़े होकर ली गयी थी। इस नाले को बंद करने का काम साल 2017 में शुरू किया गया था। दो साल बाद अब इस नाला को बंद करने में सफलता मिली है। इसके लिए सरकार ने 63.80 करोड़ रुपये खर्च किये है।