न्यूज डेस्क
बीजेपी और शिवसेना की राहें जुदा हो गई है। कभी एक-दूसरे के सुर में सुर मिलाने वाली दोनों पार्टियां अब एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई हैं। गठबंधन टूटने के बाद दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। बीजेपी और शिवसेना नेताओं का ट्विटर वार भी चरम पर पहुंच गया है। रविवार को ऐसा ही कुछ देखने को मिला।
महाराष्ट्र के पूर्व ने औरंगाबाद में शिवसेना द्वारा बनाए जा रहे क्षत्रप बाल ठाकरे के स्मारक को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया कि इस स्मारक को बनाने के लिए करीब 1000 पेड़ों को गिराया जाएगा। इस पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने अमृता पर पलटवार किया।
फडणवीस की पत्नी अमृता ने शिवसेना को ‘पाखंडी’ बताते हुए अखबार की एक तस्वीर शेयर कर ट्वीट किया ‘पाखंड एक बीमारी है। जल्दी ठीक हो जाओ शिवसेना। पेड़ों की कटाई- अपनी सुविधा से या सिर्फ तब जब आपको कमीशन मिले तब इजाजत देना- माफी योग्य अपराध नहीं है।’
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इसके साथ अखबार की जो तस्वीर अमृता ने शेयर की थी उसमें लिखा था कि औरंगाबाद में क्षत्रप बाल ठाकरे का स्मारक बनाने के लिये करीब 1000 पेड़ों को गिराने की जरूरत होगी।
अमृता के इस ट्वीट पर तीखा हमला करते हुए शिवसेना प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा “‘आपको निराश करने के लिए खेद है, लेकिन सच्चाई यह है कि स्मारक के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा, मेयर ने भी इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि अनिवार्य रूप से झूठ बोलना बड़ी बीमारी है, जल्द ठीक हो जाइये, पेड़ों को काटने के लिए कमीशन महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं द्वारा प्रैक्टिस की जाने वाली नई पॉलिसी है।’
हालांकि मीडिया को जारी एक बयान में औरंगाबाद के महापौर नंदकुमार घोडेले ने दावा किया कि प्रशासन ठाकरे स्मारक के लिये पेड़ों को काटने की इजाजत नहीं देगा। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि स्मारक के निर्माण के लिये कोई पेड़ न काटा जाए। उनका संदेश शिवसेना कम्युनिकेशन नाम के ट्विटर हैंडल से जारी किया है।
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