न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी को फिर से जिन्दा करने की जुगत में लगी प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी नई टीम के साथ मिलकर लगातार योगी सरकार पर हमलावर है। बात चाहे कानून व्यवस्था की हो, महिला सुरक्षा की हो या फिर कमजोरों की आवाज उठाने की हो। प्रियंका गांधी ट्वीटर के माध्यम से बीजेपी सरकार पर दबाब बनाती रहती हैं और अब इसका असर भी दिखने लगा है।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में छात्रा की हत्या के मामले में सोई योगी सरकार अब जागी है। दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी के सीएम को एक चिठ्ठी लिखी थी। इस चिठ्ठी में मैनपुरी में हुई छात्रा की हत्या के बारे में जिक्र किया था।
किया गया एसआईटी का गठन
इसी के बाद से प्रदेश सरकार सख्ती में आई और पुलिस अधीक्षक अजय शंकर को हटाकर अजय कुमार को नई तैनाती दी। साथ ही एसआईटी का गठन भी कर दिया।
मामले की जांच के लिए कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें तीन अधिकारी शामिल है। सरकार इस हत्या मामले की जांच सीबीआई से कराना चाहती है। इसके लिए योगी सरकार दोबारा रिमाइंडर भेज सकती है।
बता दें कि इससे पहले योगी सरकार 27 सितंबर को हुई छात्रा हत्या मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी सीबीआई ने इस पर कोई फैसला नहीं किया है।
प्रियंका गांधी ने लिखा था पत्र
प्रियंका गांधी ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने लिखा था कि यह घटना हृदयविदारक है और राज्य में अलग अलग संस्थानों में पढ़ रहीं लड़कियों की सुरक्षा के लिहाज से यह महत्व रखती है।
प्रियंका ने पत्र में लिखा, बेटी का शव रहस्यमय परिस्थिति में हॉस्टल में पाया गया। उसके शव पर चोट के निशान थे लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि शव पर कोई चोट के निशान नहीं थे। वहीं, मृतका के परिवार ने कहा है कि लड़की की हत्या की गई है। प्रियंका ने आरोप लगाया कि लड़की के शव का अंतिम संस्कार भी परिवार के सदस्यों की अनुपस्थिति में कर दिया गया।
बता दें कि मैनपुरी के भोंगांव स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की 11वीं की छात्रा का शव 16 सितंबर को उसके छात्रावास के कमरे में छह से लटका हुआ पाया गया था।