न्यूज़ डेस्क
अवैध खनन घोटाला मामले में सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। खनन घोटाले को लेकर हमीरपुर में डेरा डाले हुए सीबीआई प्रजापति पर शिकंजा कसने की तैयारी में हैं। सीबीआई प्रजापति से पूंछताछ के लिए रणनीति बना रही है और जल्द ही पूंछताछ कर सकती है।
दरअसल, सपा सरकार में मंत्री रहें गायत्री प्रजापति के कार्यकाल में सबसे ज्यादा मौरंग खनन के पट्टे हुए थे। इसके साथ ही गुरुवार को पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी के भी आने की संभावना है। सीबीआई पूर्व सांसद से भी पूंछताछ कर सकती है।
हमीरपुर में हुए खनन घोटाले को लेकर धीरे-धीरे सारी परते खुलती नजर आ रही हैं। इसमें कई नेता और अधिकारी फंसते दिखाई दे रहे है। बीतें दो दिन से हमीरपुर में डेरा डाले हुए सीबीआई ने खनिज विभाग में छापेमारी की है। इसके साथ ही डीएम और एडीएम से भी पूंछताछ कर रही है। इसके बाद से ही खनिज विभाग में हलचल बढ़ी हुई है।
सपा एमएलसी से पांच घंटे हुई पूंछताछ
बता दें कि बुधवार दोपहर बाद सपा एमएलसी रमेश मिश्रा अपने भाई दिनेश मिश्रा के साथ सीबीआई कैम्प में पहुंचे थे। जहां उनसे करीब पांच घंटे सीबीआई ने पूंछताछ की। सपा शासन में रमेश मिश्रा बड़े खनन व्यापारी थे। इनके नाम पर आईएएस बी चन्द्रकला ने सबसे ज्यादा मोरंग खनन के लिए पट्टे किये थे।
सदर कोतवाली पहुंचकर इकठ्ठा किये अहम दस्तावेज़
इसके बाद सीबीआई ने सदर कोतवाली पहुंचकर सपा शासनकाल में मोरंग खनन और ट्रकों में ओवर लोडिंग के दौरान की गई कार्यवाही के दस्तावेज को इकठ्ठे किये। बाद में डीएम ऑफिस पहुंचकर स्टेनो बाबू विनय से मिली और वंहा से भी जरूरी कागज लेकर कैंप ऑफिस वापस लौट गई।
गौरतलब है कि सपा सरकार में हुए 63 पट्टो में 49 पट्टे गायत्री के पद पर रहने के दौरान हुए. याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी की माने तो अवैध खनन गायत्री प्रजापति और अन्य सफेदपाशों के इशारे पर डीएम के माध्यम से हुआ.