न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। मोबाइल उपकरण बनाने वाली स्वीडन की कंपनी एरिक्सन ने अपने एक बयान में कहा है कि अगली पीढ़ी की 5G टेक्नोलॉजी पर आधारित मोबाइल सेवाएं देश में 2022 तक उपलब्ध होने की पूरी संभावना है।
एरिक्सन ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि 2025 के अंत तक 80% मोबाइल कनेक्शन एलटीई तकनीक (4G) पर होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 5G सेवाएं 2022 तक देश में उपलब्ध हो जाएंगी और 2025 के अंत तक देश में 5G यूजर्स की संख्या कुल मोबाइल कनेक्शन का 5% होगा।
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भारती एयरटेल, रिलायंस जियो, वार्डे कैपिटल और यूवी असेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने कर्ज में डूबी रिलायंस कम्युनिकेशंस की संपत्ति खरीदने के लिए बोलियां जमा कराई हैं। तीन कंपनियों आरकॉम, रिलायंस टेलीकॉम और रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड के लिए कुल 11 बोलियां आई हैं।
आरकॉम के ऊपर करीब 33,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। कर्जदाताओं ने अगस्त में 49,000 करोड़ रुपए का दावा जमा किया था। सूत्रों के मुताबिक कर्जदाताओं की समिति की शुक्रवार को फिर से बैठक होगी, जिसमें बोलियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। आरकॉम ने अपनी पूरी संपत्ति बिक्री के लिए रखी है।
ऋण शोधन कार्यवाही में जाने से पहले कंपनी ने अपने 122 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का मूल्य 14,000 करोड़ रुपए आकलित किया था। इसके अलावा कंपनी ने अपने टॉवर कारोबार का मूल्य 7,000 करोड़ रुपए, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का मूल्य 3,000 करोड़ रुपए और डेटा सेंटर का मूल्य 4,000 करोड़ रुपए आंका गया था।