जुबिली न्यूज़ डेस्क
रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने हाल ही में पंजाब के नवांशहर से विधायक अंगद सिंह से शादी की है। उनकी शादी 21 नवम्बर को दिल्ली में हुई थी वहीं आज कांग्रेस की ओर से उन्हें ऐसा गिफ्ट दिया गया है कि अदिति सिंह को झटका जरुर लगा होगा। गौरतलब है कि हमारे यहां शादी पर लोग दूल्हा-दुल्हन को उपहार देते हैं। अब अदिति सिंह की शादी पर उनकी पार्टी से कोई गिफ्ट मिलना तो लाजिमी था। लेकिन ये सरप्राइज गिफ्ट अदिति सिंह थोड़ा परेसान करने वाला हो सकता है।
दरअसल अदिति सिंह की सदस्यता समाप्त करने के लिए पार्टी विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को पत्र भेजा है। आराधना मिश्रा ने यूपी सदस्य दल परिवर्तन की निर्भरता नियमावली 1987 के तहत यह पत्र भेजा है। आराधना मिश्रा ने खुद इसकी पुष्टि की है।
बता दें कि अदिति ने पार्टी व्हिप के खिलाफ गांधी जयंती पर यूपी विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लिया था। कांग्रेस ने अदिति को नोटिस दिया था। उन्होंने अब तक नोटिस का जबाब नहीं दिया है।
10 वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद यूपी कांग्रेस ने अब अदिति सिंह की सदस्यता खत्म करने को लेकर नोटिस दिया है। मिली जानकारी के अनुसार अनुशासनहीनता में पार्टी से निकाले गए वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सवाल उठाए थे कि अनुशासनहीनता में हम पर कार्रवाई और विधायक अदिति सिंह पर खामोशी पार्टी नेताओं का दोहरा चेहरा दिखाता है। इस आरोप के बाद ही कांग्रेस विधानमंडल दल नेता ने अदिति की सदस्यता समाप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से सिफारिश की है।
दिग्गज नेता अखिलेश सिंह की बेटी हैं अदिति
बता दें कि अदिति सिंह दिग्गज नेता अखिलेश सिंह की बेटी हैं। अखिलेश सिंह कांग्रेस के रायबरेली में बड़े नेताओं में गिने जाते थे। वह पहला चुनाव 1993 में कांग्रेस से जीते फिर 1996 और 2002 का भी चुनाव जीता। 2003 में कांग्रेस से मतभेद होने पर पार्टी छोड़ दी। 2007 में फिर निर्दलीय चुनाव जीते और लगातार रायबरेली में अपना दबदबा बनाए रहे। अखिलेश सिंह मंझे हुए पॉलिटिकल व्यक्ति थे, इसी साल 20 अगस्त को अखिलेश सिंह का निधन हो गया था।
यह भी पढ़ें : तो क्या खालिस्तान की राजधानी लाहौर है
यह भी पढ़ें : अजित पर भरोसे के सवाल पर अमित शाह ने क्या कहा
यह भी पढ़ें : सोशल मीडिया पर उठी अवाज- संविधान बदल दो मोदी जी