स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अब तक टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन सके हैं। टीम इंडिया के सबसे कामयाब कप्तान धोनी की वापसी को लेकर अब तक केवल कयास लगाये जा रहे हैं। हालांकि वेस्टइंडीज के साथ होने वाली सीरीज के लिए उनकी वापसी की बात कही जा रही थी लेकिन यह केवल अफवाह साबित हुई। इस बीच लगातार हो रहे उपेक्षा का शिकार माही को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली कोई फैसला ले सकते हैं। जानकारी के मुताबिक सौरव गांगुली बहुत जल्द माही से मिलकर उनसे संन्यास के मुद्दे पर बात कर सकते हैं। सौरव गांगुली ने कहा, ‘मैंने अभी तक धोनी से बात नहीं की है, देखते हैं क्या होता है।
विराट की टीम का भरोसा केवल पंत पर है
विराट कोहली की टीम अब भी रिषभ पंत पर भरोसा कर रही है लेकिन पंत का बल्ला लगातार खामोशी चादर ओढ़ा हुआ है। बात अगर रिषभ पंत की जाये तो उनकी बल्लेबाजी में धार नजर नहीं आ रही है। इतना ही नहीं पंत की अनुभवहीनता व उनकी जल्दबाजी अब किसी से छूपी नहीं है। बतौर बल्लेबाज उनका खेल बेहद कमजोर साबित हो रहा है जबकि विकेट के पीछे भी वह चुस्त नजर नहीं आते हैं। पंत को माही का उत्तराधिकारी कहा जा रहा था लेकिन अब तक पंत में ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। हालांकि इस दौरान टेस्ट क्रिकेट से पंत को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और विराट ने साहा में विश्वास दिखाया है।
विकल्प के तौर माही की टक्कर का नहीं मिल रहा है कोई खिलाड़ी
भारत के पास उनके विकल्प के तौर पर शायद कोई नहीं होगा, हालांकि केएल राहुल कामचलाऊ विकेटकीपिंग कर सकते हैं। दूसरी ओर धोनी अब तक वापसी नहीं कर सके हैं। उन्हें एक बार फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ भी नजर अंदाज किया गया है। इतना ही नहीं माही को बांग्लादेश के खिलाफ भी मौका नहीं दिया गया था। जानकारी के मुताबिक शायद सेलेक्टर्स को लगता है माही में अब क्रिकेट बची नहीं है और इस वजह युवा खिलाडिय़ों को मौका दिया जा रहा है।
माही की खराब फिटनेस और धीमी बल्लेबाजी बनी रोड़ा
वैसे 38 वर्ष के धोनी का बल्ला पहले जैसे नहीं चल रहा है। रन बनाने के मामले में धीमे नजर आ रहे हैं। विश्व कप के कई मैचों में उनकी धीमी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को नुकसान उठाना पड़ा है। फीनिशर के तौर पर भी उनका खेल पहले जैसा नहीं रहा है। इसके बाद से भारतीय क्रिकेट कट्रोल बोर्ड का पूरा ध्यान अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप पर है। ऐसे में युवा खिलाडिय़ों को ज्यादा मौका दिया जा रहा है। टेस्ट क्रिकेट से पहले ही माही किनारा कर चुके हैं और अब टी-20 व वन डे क्रिकेट से भी संन्यास लेने की आवाज उठ रही है। जानकारों की मानें तो धोनी का क्रिकेट करियर खत्म हो गया है और बस केवल इसकी आधिकारिक घोषणा बाकी रह गई है।