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बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी के कई बड़े नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी सहित चार पूर्व विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिन विधायकों को पार्टी से निकला गया है उनमें पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक राजेन्द्र चौधरी, पूर्व विधायक जितेंद्र उर्फ नंदू चौधरी और पूर्व विधायक दूधराम शामिल है।
इस कारवाई की पुष्टि करते हुए बीएसपी जिलाध्यक्ष संजय धुसिया ने बताया कि इन नेताओं को बसपा प्रमुख ने पहले भी कई बार चेतावनी दी गयी थी। उसके बाद भी इन नेताओं की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हो रहा था। ये सभी नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगातार हिस्सा ले रहे थे।
उन्होंने बताया कि आगामी चुनाव में पार्टी और मूवमेंट हित को ध्यान में रखते हुए मायावती ने ऐसा करने का फैसला किया है। बता दें कि बीएसपी नेता रामप्रसाद चौधरी कप्तानगंज से पांच बार विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके है।
पूर्वांचल के बड़े नेताओं में शुमार है रामप्रसाद चौधरी
बसपा नेता रामप्रसाद चौधरी पूर्वांचल के बड़े नेताओं में शुमार है। उनकी कुर्मी बिरादरी में मजबूत पकड़ है। इसीलिए उन्हें ‘शेरे पूर्वांचल’ के नाम से भी जाना जाता है। रामप्रसाद चौधरी कप्तानगंज से पांच बार विधायक रहे है और मंत्री भी रह चुके है। उनके निष्काशन की प्रमुख वजह पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिली हार को माना जा रहा है।
क्या बोली बसपा प्रमुख
वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में इस बात का भी काफी प्रचार किया गया कि मुसलमानों को ज्यादा टिकट मिलने से बीजेपी को लाभ मिलेगा। लेकिन बीएसपी अपने सिद्धांतों पर अडिग रही। इसी का परिणाम है कि पार्टी के सभी 10 सांसद सर्वसमाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें ब्राह्मण, मुस्लिम, यादव, व एससी आदि सभी वर्ग के लोग शामिल हैं।