स्पेशल डेस्क
लखनऊ। शिवपाल यादव भले ही सपा में जाने से इनकार कर रहे हो लेकिन बीजेपी को सत्ता हटाने के लिए कोई भी बलिदान दे सकते हैं। उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के सपा में विलय से भी इंनकार किया है। शिवपाल भले ही सपा का साथ देने से मना कर रहे हो लेकिन बीजेपी को रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार है।
उनके इस बयान से कई राजनीतिक कयास लगाये जा रहे हैं। राजनीतिक के जानकार मान रहे हैं कि शिवपाल भले ही सपा की सवारी करने से मना कर रहे हो लेकिन चुनाव बाद कुछ स्थितियां उनके अनुकुल नहीं रही तो वह सपा को मजबूरी में समर्थन दे सकते हैं।
उन्होंने अमरोहा में एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी पार्टी वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन कर पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने पार्टी के समाजवादी पार्टी में विलय की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया। इस दौरान बीजेपी पर निशाना भी जमकर साधा है। उन्होंने कहा बीजेपी के शासन काल में अपराध,भ्रष्टाचार व महंगाई लगातार बढ़ रही है। शिवपाल यादव ने कहा कि उद्योग धंधे पूरी तरह से बंद है।