न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर जारी बीजेपी और शिवसेना में खींचतान के बीच कांग्रेस और एनसीपी खेमे में हलचल बढ़ गई है।हिंदुत्व को आधार बनाकर एनडीए का हिस्सा बनी शिवसेना अब गठबंधन को तोड़ कर सत्ता की कुर्सी पाने की जुगत में लग गई है। वहीं, कांग्रेस खेमा भी सक्रिय हो गया है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता आज सोनिया गांधी से मिले और शिवसेना को समर्थन देने पर चर्चा की।
इस बीच एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए कोई अछूता नहीं है। मलिक ने कहा कि अगर बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बनाती हैं तो एनसीपी सरकार बनाने का तरीका ढूंढेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्यपाल शासन और बाकी विकल्पों की बात कर रही है, लेकिन चुनाव इसके लिए नहीं हुए थे।
एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि कुछ भी संभव है। शिवसेना पर नरम रुख अपनाते हुए मलिक ने कहा कि शिवसेना ने काफी समय से अन्याय देखा है और लोगों ने भी ऐसा देखा है। शिवसेना शिवाजी की विचारधारा को मानती है और शिवाजी ने कभी भी हिंदू और मुस्लिमों के बीच भेदभाव नहीं किया तो ऐसे में अलग विचारधारा का सवाल ही नहीं है। मलिक ने ये भी साफ किया कि एनसीपी बीजेपी का कभी समर्थन नहीं करेगी। हम विपक्ष में भी बैठने को तैयार हैं।