न्यूज़ डेस्क
इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलने के बाद सरकार अब यूपी के एक और जिले का नाम बदलने की तैयारी में हैं। सरकार अब वाराणसी से सटे चंदौली जिले का नाम बदल कर पंडित दीनदयाल नगर करने जा रही है। इसके लिए सरकार ने शासन से रिपोर्ट मांगी गयी है जिसे जिला प्रशासन ने भेज दिया है। बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास के दौरान इसकी घोषणा कर सकते है।
दरअसल तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने साल 1997 में चंदौली को वाराणसी से अलग कर जिला बनाया था। इससे पहले वो वाराणसी का हिस्सा था। इसके लिए शासन ने जिला प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी थी कि चंदौली जिले का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल नगर करने में कोई दिक्कत तो नहीं हैं।
इस बावत डीएम नवनीत सिंह चहल ने बताया कि शासन ने पिछले दिनों जिले का नाम परिवर्तित करने के लिए रिपोर्ट मांगी थी। इस मामले में जिला के स्तर से शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। इसकी घोषणा शासन स्तर की जाएगी।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि पिछले दिनों जिले का नाम परिवर्तित करने के लिए शासन से रिपोर्ट मांगी गई थी। जिला स्तर से इस मामले में शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। नाम बदलने की घोषणा शासन स्तर से की जाएगी। शासन से जो भी निर्देश प्राप्त होगा उसका पालन किया जाएगा।
बता दें कि पिछले साल ही शासन ने जिले के मुख्य रेलवे स्टेशन मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल जंक्शन किया गया था। अब पूरे जिले का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल नगर करने की तैयारी में है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दौरे के दौरान कर सकते हैं।
गौरतलब है कि जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव 11 फ़रवरी 1968 को संदिग्ध परिस्थितियों में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के यार्ड में मिला था। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चिंतक और संगठनकर्ता भी थे।