स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद से कांग्रेस में उठा-पटक का दौर साफ देखा जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर से लेकर यूपी कांग्रेस में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
इसी के तहत उत्तर प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद की तैनाती पर चले आ रहे सस्पेंस से अब पर्दा उठ गया है और कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को यूपी प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई है। उधर पदाधिकारियों की सूची भी जारी कर दी गई है , यूपी कांग्रेस में 4 उपाध्यक्ष भी बनाए गए, वीरेंद्र चौधरी, पंकज मलिक उपाध्यक्ष, ललितेश त्रिपाठी,दीपक कुमार उपाध्यक्ष होंगे।
इतना ही नहीं यूपी कांग्रेस में और कई बड़े बदलाव किये गए है। जानकारी के मुताबिक यूपी में कांग्रेस को दोबारा जिंदा करने के लिए प्रियंका गांधी को मार्गदर्शक मंडल का अध्यक्ष बनाया गया है जबकि रणनीति मंडल का कामकाज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद को देखने के लिए कहा गया है। इसके साथ आराधना मिश्रा ‘मोना’ को यूपी कांग्रेस विधयक दल की नेता बनाया गया है।
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नये कमेटी का गठन
बता दें कि इससे पूर्व यूपी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर दावेदारी को लेकर जितिन प्रसाद का नाम भी चल रहा था। उधर नई कमेटी का गठन भी करने की तैयारी भी है।
नई प्रदेश कांग्रेस कमेटी में हर एक व्यक्ति की ठोस जिम्मेदारी होगी और उसके जवाबदेही तय होगी। इसके तुरंत बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश नई जिला कमेटियों की घोषणा की जाएगी।
दूसरी ओर पुराने कमेटी में शामिल लोगों को मार्गदशक कमेटी में जगह दी जायेगी। कांग्रेस की कोशिश है कि वह नये व युवा चेहरों को मौका ताकि पार्टी में जोश भरा जा सके।
कौन हैं अजय कुमार लल्लू?
साल था 2007, कुशीनगर के आजादनगर कस्बे में एक नौजवान निर्दल उम्मीदवार के तौर पर भाषण दे रहा था। एक जोशीला भाषण। तभी पीछे से एक बुजुर्ग की आवाज आई- ई बार त ना, पर अगली बार बेटा विधायक बनबे।
चुनाव का परिणाम आया और निर्दल उम्मीदवार कुछ हार वोटों पर सिमट गया। हारा हुआ नौजवान था- अजय कुमार लल्लू। एक स्थानीय कालेज का छात्र संघ अध्यक्ष। जिले के हर मुद्दे पर पुलिस की लाठियां खाने वाला। संघर्ष इतना प्रतिबध्द कि अजय कुमार को कब लोग धरना कुमार कहने लगे किसी को खबर नहीं।
प्रियंका गांधी पूरे उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व अध्यक्षों, सभी पूर्व नेता विधानमंडल, सभी पूर्व मंत्रियों, सभी पूर्व सांसदों, सभी पूर्व विधायकों व वरिष्ठ नेताओं से मिली। सभी वरिष्ठ नेताओं ने एक सुर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी को छोटा करने एवं युवा लोगों को मौका देने और संघर्षशील कार्यकर्ताओं के सामने लाने की बात कही।
सभी वरिष्ठ नेताओं ने प्रियंका गांधी द्वारा प्रदेश के संगठन में किए जा रहे बदलाव और आंदोलन के मुद्दों पर सहमति ज़ाहिर की। कांग्रेस चाहती है कि वह निचले स्तर पर मजबूत हो। प्रियंका गांधी संगठन को पूरी तरह से बदलना चाहती है और इसमें वैसे चेहरे को शामिल करना चाहती है जो नौजावन हो और कांग्रेस की विचारधारा में अपना विश्वास रखते हो। इसी के तहत ऐसे लोगों को हर जिलों से खोजा जा रहा है जो कांग्रेस के दायित्व को संभाल सके। उम्मीद की जा रही है यूपी कांग्रेस में अब ऊर्जावान लोगों को मौका दिया जायेगा।
चुनाव के हार के बाद की कहानी
चुनाव हारने के बाद आजीविका चलाने के लिए अजय कुमार लल्लू बतौर मजदूर के तौर पर दिल्ली गए और वहां पर देहाड़ी मजदूर रूप में काम किया पर लगातार क्षेत्र के लोग फोन करते रहे।
अपनी समस्या बताते रहे। कहते रहे कि वापस आओ, कौन लड़ेगा हमारी लड़ाई? और लल्लू फिर से कुशीनगर की सड़को पर लाठियां खाते दिखने लगें, मुसहरों की बस्तियों में उनको एकजूट करने लगे। नदियों की कटान को लेकर धरने पर बैठने लगे और गन्ना किसानों के लिए मीलों के घेराव के आन्दोलन के पहली कतार में।
विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने भी अजय कुमार लल्लू पर भरोसा जताया और टिकट दे दिया। एक बुजुर्ग की पांच साल पुरानी भविष्यवाणी सच साबित हुई और एक मजदूर, एक संघर्ष करने वाला नौजवान तमकुहीराज का विधायक बना।