जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। भारत में इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है और लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। ऐसे में ई- कॉमर्स कंपनियां जमकर चांदी काट रही हैं, जबकि खुदरा कारोबार ग्राहकों की आस लगाए बैठा है।
बता दें कि हालिया फेस्टिव सीजन में दिग्गज ई- कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया, लेकिन दूसरी तरफ खुदरा कारोबार पटरी से उतर गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार एनालिटिक्स, ब्रांड्स और लॉजिस्टिक कंपनियों का अनुमान है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने मिलकर बीते 6 दिनों में 3.5 बिलियन डॉलर से लेकर 3.7 बिलियन डॉलर के बीच बिक्री की है। बीते साल के मुकाबले यह 33% ज्यादा है।
खबर के अनुसार अमजेन इंडिया के हेड अमित अग्रवाल का कहना है कि ग्राहकों और खरीददारी के मामले में उनकी कंपनी का हिस्सा सबसे ज्यादा रहा। अग्रवाल ने मार्केट रिसर्च एजेंसी नीलसन की ई- एनालिटिक की रिपोर्ट के आधार पर उक्त दावा किया। कंपनी ने बाजार में ग्राहकों के मामले में 50% और वैल्यू के मामले में 46% हिस्से को आकर्षित किया।
वहीं दूसरी तरफ इंडियन मार्केट प्लेस ग्रुप के सीईओ कल्याण कृष्णामूर्ति का कहना है कि वालमार्ट समर्थित फ्लिपकार्ट ने सेल के 6 दिनों के दौरान 73% मार्केट शेयर पर कब्जा किया।
बता दें कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने 29 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक फेस्टिव सीजन सेल का ऐलान किया था। जिसने देश के खुदरा कारोबारियों की ऐसी कमर तोड़ी है, जिससे वे दुकान में बैठ कर ग्राहकों का इंतज़ार करने के लिए विवश है।
माना जा रहा है कि ईएमआई की सुविधा, विभिन्न बैंक ऑफर्स और दूरदराज इलाकों में पहुंच के चलते ई- कॉमर्स कंपनियों ने इतनी शानदार बिक्री को अंजाम दिया है।
देश में रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में बदलाव और अर्थव्यवस्था में मंदी के चलते ई- कॉमर्स कंपनियों की वित्तीय वर्ष के पहले हाफ में बिक्री काफी कम रही थी। ऐसे में इन कंपनियों के लिए यह त्योहारी सीजन काफी अहम साबित हुआ है।
ऑनलाइन कारोबार के लिए हमने लगातार विरोध किया है। ये ऑनलाइन कंपनियां खुदरा कारोबार को निगल रही है। अब तक 40% टर्नओवर इन कंपनियों ने कब्जा लिया है। सरकार ने अब भी यदि ऑनलाइन पॉलिसी में बदलाव नहीं किया तो जल्द ही वो दिन दूर नहीं होगा जब कारोबारियों के हाथ में कटोरा होगा। विज्ञापन करके ये ऑनलाइन कंपनियां लोगों का ब्रेन वॉश कर रही है। हमने राष्ट्रीय स्तर की योजना बनाई है, त्यौहार बाद हम फिर सड़कों पर उतरेंगे और ऑनलाइन कंपनियों का विरोध करेंगे।
संदीप बंसल, अध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल