न्यूज डेस्क
अब तक राजनीति में चाणक्य की भूमिका में रहने वाले ठाकरे परिवार ने आखिरकार सत्ता में आने के लिए कमर कस ही लिया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने आज अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी रणक्षेत्र में उतर गए।
ठाकरे परिवार के लिए आदित्य का चुनाव लडऩा ऐतिहासिक माना जा रहा है। दरअसल आदित्य ठाकरे परिवार से चुनाव लडऩे वाले पहले सदस्य हैं।
ठाकरे परिवार की ओर से आजतक किसी ने चुनाव नहीं लड़ा है। न तो आदित्य के बाबा बाला साहेब ठाकरे कभी चुनाव लड़े और न ही वर्तमान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कभी चुनावी मैदान में कदम रखे। इसलिए इसे ऐतिहासिक बताया जा रहा है।
ठाकरे परिवार के लिए यह एक नया अनुभव है। शिवसेना के टिकट पर पहली बार ठाकरे परिवार का सदस्य चुनाव लडऩे जा रहा है। ठाकरे परिवार की ओर से अब तक सिर्फ राज ठाकरे ही चुनाव लड़े हैं और वह भी अपनी पार्टी मनसे ( महाराष्ट्र नव निर्माण सेना) के टिकट पर।
बीएमसी ऑफिस पहुंचकर उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में आदित्य ने अपना नामांकन दाखिल किया। आदित्य ठाकरे के नामांकन के दौरान शिवसेना प्रमुख ने जनता का धन्यवाद किया।
आदित्य की तारीफ करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा-नई पीढ़ी, नई सोच के साथ आगे आई है। साथ ही शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जनता की सेवा करना हमारे परिवार की परंपरा है।
नामांकन दाखिल करने से पहले आदित्य ने मुंबई में अपना रोड किया। इस दौरान आदित्य ठाकरे ने जनता को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी जनता देगी वो उसका पालन करेंगे।
आदित्य ने कहा, ‘मैं खुश और उत्साहित हूं। लोगों के समर्थन को देखना बहुत अच्छा लगता है।’
ठाकरे की नामांकन रैली में भाजपा और अन्य एनडीए-सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के झंडे के रूप में शिवसेना के सहयोगियों के समर्थन का एक शो भी देखा गया, जो नामांकन मार्च के दौरान देखा गया था।
अपने नामांकन के बाद, ठाकरे ने अपने दादा और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के चित्र के सामने झुकते हुए एक तस्वीर भी ट्वीट की। शिवसेना और भाजपा संयुक्त रूप से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जो 21 अक्टूबर को होने वाले हैं।
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आदित्य ठाकरे चुनाव मैदान में उतरने की जानकारी कुछ दिनों पहले पार्टी की हुई बैठक में दी थी। उन्होंने कहा था, ‘मैने एक बड़ा कदम उठाया है। मैं चुनाव लडऩे वाला हूं। मेरे लिए ये एक ऐतिहासिक क्षण है। आदित्य ने विपक्षी उम्मीदवारों को लेकर कहा है कि मेरे खिलाफ कोई खड़ा हो जाए होने दीजिए। मुझे डर नहीं है, क्योंकि मुझे विश्वास है आप मुझे हारने नहीं देंगे।
आदित्य ने भले ही ये जानकारी कुछ दिनों पहले दी हो लेकिन इसकी तैयारी लोकसभा चुनाव से पहले ही शुरु हो गई थी। फरवरी माह में जब प्रशांत किशोर के साथ उद्धव ठाकरे की मुलाकात हुई थी तो उस समय इस मुलाकात को लोकसभा के परिप्रेक्ष्य में जोड़ा गया था, लेकिन यह मुलाकात आदित्य के विधानसभा चुनाव को लेकर था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को वोटिंग होने वाली है। इन चुनावों के नतीजे 24 अक्टूबर को सामने आएंगे।
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