स्पेशल डेस्क
लखनऊ। अवैध माइनिंग केस को लेकर सीबीआई अब सख्त नजर आ रही है। यूपी में सीबीआई ने कुछ स्थानों पर अवैध माइनिंग केस से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अवैध माइनिंग केस में सीबीआई ने मंगलवार सहरानपुर, लखनऊ और देहरादून में सर्च किया है।
इतना ही नहीं 11 लोकेशन अब भी सीबीआई सर्च कर रही है। जानकारी के मुताबिक सहरानपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार, 1998 बैच आईएएस (उत्तर प्रदेश खादी एन्ड विलेज इंडस्ट्री बोर्ड में सेक्रेटरी हैं अभी) के लखनऊ के घर से 15 लाख रुपये कैश, 2 प्रॉपर्टी के कागजात जिसमें एक कमर्शियल प्लॉट, एक रेसिडेंशियल प्लाट है, बरामद हुए हैं।
उधर बाकी आरोपियों के यहां केस से जुड़े गोपनीय दस्तावेज बरामद हुई हैं। बता दें कि इस मामले में सोमवार को केस दर्ज किया गया था। इसमे सहरानपुर के तत्कालीन डीएम अजय कुमार सिंह और दूसरे तत्कालीन डीएम पवन कुमार (अभी स्पेशल सेक्रेट्री हाउसिंग एन्ड अर्बन प्लानिंग हैं) के नाम हैं। वहीं इस केस में लीज होल्डर्स थे- महमूद अली, दिलशाद, मोहमद इनाम, नसीम अहमद, अमित जैन, विकास अग्रवाल, मोहमद वाजिद, मुकेश जैन ऑनर पुनीत जैन जोकि सहरानपुर के रहने वाले हैं। बाकी प्राइवेट पर्सन हैं।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट का एक आर्डर आया था नंबर 818/2015 , इसमे सीबीआई ने सहारनपुर में जांच की और एफआईआर दर्ज की गई थी। 2005-2015 के बीच 13 लीज सहरानपुर में गलत तरीके से आरोपियों को दी गयी। ये लीज 2012-2015 के बीच उस वक्त के डीएम ने गलत तरीके से रिन्यू कर दी, ई-टेंडर के नियमो को तांक पर रखा गया।
इसमे दोनों तत्कालीन डीएम पर प्राइवेट पर्सन्स से मिलीभगत का आरोप है। अजय के घर से 15 लाख नकद बरामद तमाम प्रॉपर्टी के कागजात भी बरामद हुए है जबकि पवन के घर से भी कई दस्तावेज बरामद हुए है। बता दें कि अजय खादी ग्रामोद्योग में सचिव हैं। वह 1998 बैच के हैं। अजय 2012 से 2014 तक सहारनपुर डीएम थे जबकि पवन 2008 बैच के है।