स्पेशल डेस्क
अजमेर। राजस्थान की अजमेर जेल इन दिनों चर्चा का केंद्र बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक यहां पर कैदियों को जेल में बंद किया जाता है लेकिन उनकी सलाखों के पीछे भी उनका खास ख्याल रखा जाता है।
आलम तो यह है कि यहां पर अमीर परिवारों से आने वाले कैदियों ना केवल प्रतिबंधित सामान मिलता है बल्कि अन्य कई सुविधाएं भी मिलती हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ रिश्वतखोरी के रैकेट की जांच की गई तब।
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा ने इस पूरे खेल से पर्दा उठाया है। एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताते की शर्त उसने बताया कि कुछ कैदियों को यहां बैरक के अंदर ऐसा कमरा दिया जाता है जिसमें वीआईपी सुविधाएं प्रदान की जाती है।
एक अखबार के माध्याम से इस बात का खुलासा उसने किया है। उसने यह भी बताया कि जांच की गई पाया गया कि बैरक नंबर 1 से 15 में वीआईपी कमरे हैं, जहां अमीर घराने कैदियों को रखा गया है।
वीआईपी कमरे में अच्छा खाना, साफ-सुधरा कमरा व साफ-सुधरी पोशाक दी जाती है। इस कमरे का किराया आठ लाख रुपये तक के होते हैं। जेल स्टॉफ बिचौलियों द्वारा ये रकम लेता है।
इतना ही नहीं कई परिवार कैश देना पसंद करते है जबकि कुछ लोग ऑनलाइन ट्रांसफर लेते हैं। आरोपियों के बैंक स्टेटमेंट चेक किया तब जाकर इसका खुलास हुआ और 18 बैंक अकाउंट फिलहाल जब्त किया जा चुका है।