न्यूज़ डेस्क
किसानों-मजदूरों की समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दिल्ली पैदल मार्च कर आए भारतीय किसान संगठन की 15 में से 5 मांगें मोदी सरकार ने मान ली है। इसके बाद किसानों ने आंदोलन खत्म कर दिया है। किसान के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने कृषि भवन में जाकर कृषि मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी बातें रखी जिसके बाद किसान यूनियन ने ये फैसला किया।
इससे पहले भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने बताया कि हमारे 11 प्रतिनिधियों को कृषि मंत्रालय ले जाया गया है। वहां वे लोग अपनी मांग रखेंगे, अगर हमारी मांगें पूरी हो जाती हैं तो हम यहीं से वापस लौट जाएंगे, वरना हम दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इस आंदोलन के चलते दिल्ली-यूपी के आस पास के इलाके पूरी तरह से जाम की चपेट में आ गये।
बता दें कि किसानो और मजदूरों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन आज दिल्ली के किसान घाट पर प्रदर्शन करेंगे। हजारों की संख्या में ये किसान अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सहारनपुर से पैदल यात्रा करते हुए आये हैं। इस रैली का नेतृत्व भारतीय किसान संगठन कर रहा है। इससे पहले किसान यूनियन और कृषि मंत्रालय के बीच बातचीत हुई जोकि बेनतीजा निकली।
मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय किसान संगठन की पद यात्रा यूपी के सहारनपुर से 11 सितंबर को शुरू हुई थी जोकि शुक्रवार को नोएडा पहुंची थी। इसके अलावा कई और जिलों के हजारों किसान शनिवार सुबह तक नोएडा पहुंचेंगे। इसके बाद किसानों का ये लोग सुबह करीब 11 बजे दिल्ली के लिए कूच करेंगे और किसान घाट तक जायेंगे।
हालांकि उसके पहले ही दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी शुरू कर रखा है कि वह किसानों को दिल्ली जाने से रोक सकें। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली पुलिस ने अपने जवानों को तैनात कर दिए हैं। सीआरपीएफ के जवानों को भी यहां लगाया गया है। फ्लाई ओवर के ऊपर और नीचे सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात कर दिए गए हैं।
इस बीच भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने बताया है कि हमारे 11 प्रतिनिधियों को कृषि मंत्रालय ले जाया गया है। वहां वो लोग अपनी मांग रखेंगे, अगर हमारी मांगें पूरी हो जाती हैं तो हम यहीं से वापस लौट जाएंगे, वरना हम दिल्ली के लिए कूच करेंगे। इस आंदोलन के चलते दिल्ली-यूपी के आस पास के इलाके पूरी तरह से जाम की चपेट में आ गये।दिल्ली से सटे गाजीपुर फ्लाईओवर पर लंबा जाम लग गया है। इसके चलते जाम की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ये है मांगे
किसानों की प्रमुख मांग है कि उन्हें कम रेट पर बिजली मिले, गन्ने का भुगतान ब्याज सहित हो, किसान पेंशन शुरू हो, किसान और मजदूरों की शिक्षा और स्वास्थ्य मुफ्त हो, किसान दुर्घटना बीमा मिले, के साथ ही स्वामिनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करें। इसके अलावा किसानों की कर्ज माफी भी की जाए।
क्या कह रहे किसान नेता
किसान नेताओं का कहना है कि हम अपनी मांगें शांतिपूर्ण तरीके से रखने आए हैं। हम शनिवार को दिल्ली कूच करेंगे। अगर सरकार हमें रोकेगी तो हम विरोध नहीं करेंगे। लेकिन जहां भी रोका जाएगा वहीं पर भूख हड़ताल करेंगे।