न्यूज़ डेस्क
डीआरडीओ का एक यूएवी उस वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब वो ट्रायल के लिए जा रहा था। यह हादसा मंगलवार सुबह कनार्टक में हुआ। चित्रदुर्ग जिले के जोडीचिकेनहल्ली डीआरडीओ का रुस्तम 2 यूएवी का ट्रायल किया जा रहा था। हालांकि घटना के बाद मौके पर डीआरडीओ के सभी आला अधिकारी पहुंच गए हैं
सूत्रों के मुताबिक, चैलकेरे एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) में आउट-डोर परीक्षण किया जा रहा था। यहां डीआरडीओ मुख्य रुप से मानव रहित विमानों के लिए काम करता है। यूएवी क्रैश की जो घटना हुई है वो इसी रेंज के आसपास है। इस घटना के बारे में चित्रदुर्ग के एसपी का कहना है कि, डीआरडीओ का रुस्तम 2 ट्रायल के समय क्रैश हुआ है।
इस ट्रायल में वह फेल हो गया और खुले इलाके में जा गिरा है। जानकारी न होने की वजह से इस हादसे को देखने के लिए आसपास भीड़ इकट्ठा हो गई।
जाने क्या है यूएवी
यूएवी एक अनमैन्ड एरियल व्हीकल एयरक्राफ्ट का एक क्लास है जो बिना किसी पायलट के उड़ सकता है। इस सिस्टम में एयरक्राफ्ट कंपोनेंट, सेंसर पेलोड्स और एक ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम लगा होता है। इसको नियंत्रित करने के लिए इसके ऑनबोर्ड इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या ग्राउंड पर उपकरण लगे होते है।
वहीं जब इसको ग्राउंड सिस्टम से कंट्रोल किया जाता है तो इसे आरपीवी (रिमोटली पायलटेड व्हीकल) कहा जाता है। इसके लिए वायरलेस सिस्टम की जरूरत पड़ती है। जबकि छोटे यूएवी को ग्राउंड पर लगे लैपटॉप से भी कंट्रोल किया जा सकता है।
सुरक्षा और मौसम के जानकारी के लिए हो रहा उपयोग
इसका उपयोग निगरानी और रक्षा से जुड़े कार्यों के लिए किया जाता है।इसका प्रयोग मिलिटरी और कमर्शियल कार्यों में ज्यादा होने लगा है। इसके अलावा मौसम की जानकारी के लिए भी इसका उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।