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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों को सही ढंग से कार्य करने की नसीहत दे रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम में यहां तक कह दिया कि, ना मैं जिन्दगीभर सीएम रहूंगा, ना आप अधिकारी रहेंगे। इसलिए कुछ ऐसा कार्य करिए की वो यादगार बन जाए। सीएम की इन अपील के बाद भी अधिकारी अपने रवैये से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उन्नाव जिले से सामने आया है। जहां खुद बीजेपी नेता को इंसाफ के लिए खून से शिकायत पत्र लिखना पड़ा है।
बता दें कि भाजपा ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष दुर्गेश राठौड़ के नवजात बच्चे की 9 जून 2019 को नवाबगंज सीएचसी में मौत हो गयी थी। आरोप है कि प्रसव के दौरान लापरवाही बरती गई थी, जिससे बच्चे की मौत हुई।
दुर्गेश राठौड़ ने नवजात बच्चे की मौत के प्रकरण में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच में लापरवाही का आरोप लगा मुख्यमंत्री को खून से लिखा शिकायती पत्र भेजा है।
पीड़ित ने सीएमओ पर जांच में लापरवाह व स्वास्थ्य कर्मियों को बचाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह की धमकी भी दी है। मामले की जांच सीएमओ लालता प्रसाद कर रहे हैं।
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