स्पेशल डेस्क
लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव भले ही सपा से गठबंधन को लेकर कोई ठोस जवाब न दे लेकिन आने वाले चुनाव को लेकर वह अभी से तैयारी में जुट गए है। बीच-बीच में सपा के साथ जाने को लेकर मीडिया में खबर आती रहती है लेकिन यह केवल अफवाह साबित होती है। शिवपाल यादव कानपुर में सहकारी ग्राम विकास बैंकों की समीक्षा और एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने आये थे तो उन्होंने एक बार फिर सपा के साथ अपने रिश्ते को लेकर बड़ा बयान दिया है।
शिवपाल ने सपा के साथ जाने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और समय आने पर देखा जायेगा। उप चुनाव में सपा का समर्थन करने वाले शिवपाल यादव ने साफ कर दिया है कि वह अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार जनता के बीच जा रहे है। उन्होंने कहा कि 2022 विधान सभा चुनाव की तैयारी में लगे हुए लेकिन किसी पार्टी के साथ गठबंधन चुनाव के छह माह पूर्व करेंगे। बता दें कि सपा के साथ शिवपाल यादव के रिश्ते अभी तक ठीक नहीं हुए है और अखिलेश यादव के साथ अब भी मनमुटाव देखा जा सकता है।
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव में हार से शिवपाल यादव का राजनीतिक भविष्य भी दांव पर लग गया था। उनकी पार्टी जमीन पर अपना वर्चस्व बनाने में फेल हो गई थी राजनीतिक के जानकारों की माने तो समाजवीदी पार्टी के संस्थापक सदस्य शिवपाल यादव और उनके भतीजे अखिलेश यादव से तल्ख रिश्तों ने उनका बेड़ा गर्क कर दिया है। अखिलेश से किनारा कर चुके शिवपाल यादव इस चुनाव के सहारे अपने सियासी कद को बढ़ाना चाहते थे लेकिन हुआ इसके उलट। आलम तो यह रहा कि उनकी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी ही नहीं बल्कि शिवपाल यादव खुद भी संसद तक पहुंचने में नाकाम रहे।