न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद से ही पाकिस्तान बिलबिला रहा है और अलग-अलग देशों मदद की मांग कर रहा है। लेकिन चीन, रूस और अमेरिका समेत कोई भी देश इस मामले में उसकी मदद करने को तैयार नहीं हो रहे हैं और इसे भारत का आंतरिक मामला बता कर पीछे हट जा रहे हैं।
पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के मौजूदा अध्यक्ष देश पोलैंड से भी झटका मिला है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देश पोलैंड ने स्पष्ट कह दिया कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद को कश्मीर मुद्दे का समाधान द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाना होगा। इस बात से तिलमिलाए पाकिस्तान पीएम इमरान खान बार-बार भारत को युद्ध की गीदड़ भभकी दे रहे हैं।
कूटनीतिक जानकारों का कहना है कि चीन और अमेरिका भारत संग अपने संबंधों को ताक पर रखकर कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ नहीं खड़ा हो सकता। ऐसे समय में जब पाकिस्तान इस मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश में विफल रहा है। उसे इस्लामिक देशों का साथ भी नहीं मिल पाया है।
दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय मंचों और अन्य देशों से मदद ने मिलने की दशा में पाकिस्तान अपनी पूरानी राह पर चल निकला है। सूत्रों की माने तो पाक अधिकृत कश्मीर में एक बार फिर आंतकी सक्रिय हो गए हैं। सीमापार से आतंकी कश्मीर में बड़ी घुसपैठ की फिराक में हैं।
नियंत्रण रेखा के पास पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के शिविरों में सैकड़ों आतंकी डेरा डाले हुए हैं। पाकिस्तानी सेना इन आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसाने के लिए मौके की तलाश में हैं।
खुफिया सूचनाओं के मुताबिक, पिछले एक सप्ताह के दौरान पीओके स्थित आतंकी शिविरों में हलचल बढ़ रही है। यह आकलन किया गया है कि यहां बड़े पैमाने पर आतंकियों को एकत्र किया गया है, ताकि उन्हें पाकिस्तानी सेना गोलीबारी की आड़ में नियंत्रण रेखा पार करा सके।
पिछले दिनों नियंत्रण रेखा पर कुछ ऐसे स्थानों से घुसपैठ की कोशिशें भी हुई हैं, जहां पहले कभी ऐसी गतिविधियां नहीं हुईं। इससे साफ है कि आतंकी नए स्थानों से घुसपैठ की फिराक में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षाबलों के अभियान से इस समय कश्मीर में आतंकियों की कमर टूटी हुई है। अब घाटी में करीब 55-60 आतंकियों के ही सक्रिय होने की सूचना है।
भारतीय सेना सीमा पार हो रही हलचल पर लगातार नजर रखे हुए है। पिछले दिनों सेना के जवानों ने सीमा पर बैट के आतंकियों के हमले को नाकाम कर दिया था। इससे पाकिस्तानी सेना के हौसले पस्त हैं। इसके अलावा भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के निकट कुछ आतंकी शिविरों को भी हाल में तोपों से गोलाबारी कर तबाह कर दिया था।