न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को कमजोर करने और केंद्र शासित प्रदेश बनाने को लेकर केंद्र सरकार ने जो फैसला लिया है उसको लेकर कांग्रेस नेता बंटे नजर आ रहे हैं। कई कांग्रेस नेता बिल का विरोध कर रहे हैं और कई ने मोदी सरकार के इस निर्णय का खुला समर्थन किया है।
दूसरी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक बार सदन में अपने बयान से पार्टी की किरकिरी करा दी, जिसको लेकर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव का लोकसभा और राज्यसभा में इस प्रस्ताव के विरोध किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सदन में इस बिल को गैरसंवैधानिक बताया, इस दौरान अमित शाह और उनके बीच सदन में बहस भी हुई।
बहस के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने रातो-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर जम्मू कश्मीर के टुकड़े कर दिए और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। अधीर रंजन चौधरी के इस बयान पर अमित शाह भड़क गए। अमित शाह ने कहा कि सरकार ने कौन सा नियम तोड़ा है अधीर रंजन ये बताएं, सरकार उसका जवाब देगी। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता को जनरल स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए।
इसके जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आपने अभी कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, लेकिन यहां अभी भी संयुक्त राष्ट्र 1948 से मॉनिटरिंग करता आ रहा है।
अमित शाह ने इस पर अधीर रंजन चौधरी को तुरंत टोका। गृह मंत्री ने कहा, “आप ये स्पष्ट कर दें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है।” इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। अमित शाह ने बार बार कहा कि आप ये स्पष्ट कर दें कि कश्मीर को UN मॉनिटर कर सकता है…आपने अभी कहा है।
अधीर रंजन अपने बयान पर फंसते नजर आए, जिससे कांग्रेस सांसद बैकफूट पर चले गए। कश्मीर मामले को यूएन से जोड़ने से नाराज सोनिया गांधी ने अपनी नाराजगी उनके व्यक्त की और फटकार भी लगाई।
Rahul Gandhi: “National integration isn’t furthered by unilaterally tearing apart J&K, imprisoning elected representatives&violating our Constitution. This nation is made by its ppl,not plots of land. This abuse of executive power has grave implications for our national security” pic.twitter.com/0IneLpz5Bp
— ANI (@ANI) August 6, 2019
दूसरी ओर पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि केंद्र सरकार ने जो फैसला लिया है, वह संविधान का उल्लंघन है और इस फैसले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लिखा, ‘राष्ट्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर के एकतरफा टुकड़े नहीं किए जा सकते। इसके लिए संविधान को ताक पर रख कर चुने हुए प्रतिनिधियों को जेल में नहीं डाला जा सकता। देश लोगों से बनता है न कि जमीन और जमीन से। कार्यकारी शक्तियों का दुरुपयोग हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है।’
दूसरी ओर राहुल गांधी के बेहद करीब कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पार्टी लाइन के खिलाफ कदम बढ़ाया है। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से सदर विधायक अदिति सिंह ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना की है। उनके इस कदम से अब कांग्रेस में खलबली मची है।
Aditi Singh, Congress MLA from Raebareli Sadar on #Article370revoked: I’m in absolute support of the decision taken. It will help in integrating J&K into the mainstream. It’s a historic decision. It should not be politicised. As an MLA, in my capacity, I welcome this decision. pic.twitter.com/TZI5VQcrGH
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2019
रायबरेली सदर से विधायक रहे बाहुबली अखिलेश सिंह की बेटी 2017 में विधायक बनी हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भले ही कांग्रेस ने हर मंच पर विरोध किया है, लेकिन अब पार्टी को अपने ही विधायक का विरोध झेलना पड़ रहा है। रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार का समर्थन किया है। अदिति सिंह ने कहा कि मैं मोदी सरकार के फैसले को पूर्ण समर्थन करती हूं। इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों को मुख्यधारा में शामिल होने में मदद मिलेगी। यह मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला है। इसका जरा सा भी राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. मैं एक विधायक के रूप में इस फैसले का स्वागत करती हूं।