न्यूज डेस्क
उन्नाव रेप कांड में एक नया मोड़ आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में संज्ञान लिया, फिर सभी मामलों को दिल्ली स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इसके बाद पीड़िता की मां ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश है लेकिन हम इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाएंगे। लखनऊ में रहकर ही इलाज कराएंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा की अगर यहां के डॉक्टर जवाब देते है तब हम दिल्ली जाने के लिए सोचेंगे। अभी हमे यहां इलाज अच्छा मिल रहा है।
बीजेपी ने कर दी देर
वहीं, आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को बीजेपी से निकाले जाने पर पीड़िता की मां बताया कि ये काम बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था लेकिन बीजेपी ने बहुत देर कर दी। आरोपी ने हमारे परिवार के चार लोगों के साथ दुर्घटना कराई है जिसमें दो लोग मर गये और दो लोग यहां जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे है। जब आरोपी की फांसी को फंसी की सजा मिलेगी तभी संतुष्टि मिलेगी।
मिला 25 लाख रूपये का चेक
सुप्रीम कोर्ट ने 24 घंटे के अंदर पीड़िता को आर्थिक मदद देने का आदेश के बाद डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पीड़िता के परिजनों को 25 लाख का चेक सौंप दिया। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने रेप और पीड़िता के एक्सीडेंट मामले से संबंधित सभी पांच केस को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ट्रांसफर कर नियमित सुनवाई का आदेश दिया है।
मिली सीआरपीएफ की सुरक्षा
इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के कड़े निर्देश के बाद गुरुवार देर रात उन्नाव रेप पीड़िता और उसके परिजनों को सीआरपीएफ सुरक्षा मिल गई। गुरुवार देर रात सीआरपीएफ की टीम लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची और पूरी व्यवस्था अपने हाथों में ले लिया। सुरक्षाकर्मी आने जाने वालों पर निगाह बनाए हुए हैं। बता दें कि रायबरेली सड़क हादसे में घायल हुई पीड़िता का इलाज लखनऊ के केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है। पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।