जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर स्तिथ नर्वल में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भी पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। उन्नाव कांड के बाद अब नर्वल मामले में एक आरोपी सरेंडर कर चुका लेकिन अन्य चार आरोपियों को पुलिस दो सप्ताह से थाने में बैठाए हुए लेकिन जेल नहीं भेजा। पीड़िता को जान से मारने की धमकी मिल रही है।
डरी सहमी पीड़िता व उसके परिवारीजन बुधवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी क्राइम से शिकायत की। इस पर सीओ सदर को मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
नर्वल में बीते 14 जुलाई की रात 5 युवकों ने चाकू की नोक पर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था। इसमें अनिल यादव, विपिन, सूरज यादव, रघुनाथ व राजू के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। पुलिस एक भी आरोपी को पकड़ न सकी।
मंगलवार को अनिल यादव ने कोर्ट में सरेंडर किया। पीड़िता व उसके परिजनों का आरोप है कि अन्य चारों आरोपियों को पुलिस घटना के दूसरे दिन से ही थाने में बैठाए हुए है।
उनको जेल नहीं भेज रही है। उन्होंने पुलिस पर मिलीभगत का भी आरोप लगाते हुए एसपी क्राइम राजेश यादव से शिकायत की। साथ ही बताया कि घटना के बाद से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। एसपी ने सीओ सदर से फोन पर बात कर आरोपियों को जेल भेजने को कहा।
आरोपी अनिल यादव से एसओ नर्वल ने बुधवार को जेल में जाकर उसके बयान दर्ज किए। एसओ ने बताया कि घटना के संबंध में अहम जानकारी मिली है। वहीं कई मोबाइल नंबर भी आरोपी ने दिए हैं। जिसके आधार पर अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर ही उनको जेल भेजा जाएगा।