न्यूज डेस्क
कर्नाटक में रविवार को स्पीकर रमेश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए 14 विधायकों को अयोग्य करार दिया। उन्होंने विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी।
इस फैसले के बाद स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि मैंने कोई चालाकी या ड्रामा नहीं किया, बल्कि सौम्य तरीके से फैसला लिया है।
जिन विधायकों की सदस्यता रद्द हुई है उनमें कांग्रेस के बैराठी बसवराज, मुनिरत्न, एसटी सोमशेखर, रोशन बेग, आनंद सिंह, एमटीबी नागराज, बीसी पाटिल, प्रताप गौड़ा पाटिल, डॉ. सुधाकर, शिवराम हेब्बार, श्रीमंत पाटिल शामिल है। इसके अलावा जेडीएस के तीन बागी विधायकों के. गोपालैया, नारायण गौड़ा, ए एच विश्वनाथ को अयोग्य करार दिया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले स्पीकर ने तीन विधायकों को अयोग्य करार दिया था। आज यानी 14 विधायकों के अयोग्य करार देने के बाद अब कुल 17 विधायक अयोग्य करार दिए जा चुके हैं। स्पीकर रमेश कुमार के इस फैसले के बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या 207 बची है। यानी बहुमत के लिए 105 जादुई आंकड़ा होगा।
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गौरतलब है कि करीब एक महीने से कर्नाटक में सियासी उठापटक लगा हुआ है। इसी क्रम में गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने तीन बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था। इन विधायकों में आर. शंकर, रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली शामिल थे। बाकी अन्य 14 बागी विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर ने कहा था कि ‘मेरे पास कई शिकायतें हैं, मुझे फैसले के लिए और वक्त चाहिए। ऐसे मामले की स्टडी करनी पड़ती है।’ इसके बाद रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पीकर रमेश कुमार ने बाकी 14 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का फैसला किया।
ऐसे गिरी कुमारस्वामी सरकार
पिछले हफ्ते विश्वास प्रस्ताव पर चार दिनों की बहस के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई थी। विधानसभा में 23 जुलाई को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी विश्वास मत हासिल नहीं कर पाये थे। 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत के लिए 20 विधायक सदन में उपस्थित नहीं हुए थे।
विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने विश्वास मत के बाद सदन के सदस्यों को बताया कि मुख्यमंत्री एच. डी. कुमार स्वामी विश्वास मत हासिल नहीं कर पाये थे। विश्वास मत के पक्ष में 99 जबकि इसके खिलाफ 105 मत पड़े।