न्यूज़ डेस्क।
राजधानी दिल्ली से एक बड़ी खबर है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है। शीला दीक्षित 81 साल की थीं। वो 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
शीला दीक्षित लंबे समय से बीमार चल रहीं थीं। मौजूदा वक्त में उनके पास कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी थी। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में वो उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव भी लड़ीं थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
शीला दीक्षित के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है।
Prime Minister Narendra Modi tweets, “Deeply saddened by the demise of Sheila Dikshit Ji. Blessed with a warm and affable personality, she made a noteworthy contribution to Delhi’s development. Condolences to her family and supporters. Om Shanti.” pic.twitter.com/1m3aoXYqvj
— ANI (@ANI) July 20, 2019
शीला दीक्षित-पीसी चाको के बीच चल रही थी खींचतान
बता दें कि शीला दीक्षित के निधन के बाद दिल्ली कांग्रेस की कमान किसे मिलेगी इस बात पर भी दबी जुबान चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
दरअसल बीते दिनों दिल्ली कांग्रेस में शीला दीक्षित और कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको के बीच खींचतान तब खुलकर सामने आई थी जब एक ओर शीला दीक्षित ने बगैर नेतृत्व को बताएं दिल्ली के सभी ब्लॉक स्तर के नेताओं को बदल दिया था तो दूसरी ओर उसके कुछ दिन बाद ही दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता पीसी चाको ने शीला दीक्षित के आदेश को रद्द कर दिया था।
केरल की राज्यपाल भी रहीं
बता दें कि शील दीक्षित पहली सीएम थीं जो लगातार तीन बार दिल्ली की सीएम रहीं, उन्होंने केरल का राज्यपाल का पद भी संभाला था।