न्यूज़ डेस्क
नेपाल में भरी बारिश का कहर जारी है। यहां मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। भारी बारिश से आई नदियों में बाढ़ और भूस्खलन से करीब 43 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल है। बाढ़ से बहुत से इलाके जलमग्न हो गये है। हालांकि, बचाव टीम इन इलाकों में राहत कार्यो और बचाव कार्यों मई लगी हुई है। अब तक करीब 50 लोगों को बचाया जा चूका है।
बचाव और राहत कार्य की टीम राहत कार्यों में जुटी
पिछले कुछ दिनों से नेपाल में लगातार बारिश हो रही है। इसकी वजह से यहाँ बहुत से इलाकों बाढ़ आ गयी। इसके अलावा पानी के तेज बहाव के कारण इलाकों में भूस्खलन भी हो गया। यहां फसें लोगों को बचाव कार्य कर रही टीमों द्वारा सुरक्षित जगह पर भेजा जा रहा है। वहीं, भारी से सभी प्रमुख राजमार्गों पर लोगों की आवाजाही बाधित है।
#UPDATE Nepal Police: 43 people dead, 24 missing, & 20 injured due to flooding and landslide in the country, following incessant rainfall. pic.twitter.com/S4gtQGUjJA
— ANI (@ANI) July 14, 2019
इस घटना को लेकर नेपाल आपातकालीन कार्यसंचालन केंद्र के प्रमुख बेद निधि खानल ने एक न्यूज़ एजेंसी को जानकारी दी है। उनके अनुसार देशभर में 200 से अधिक स्थानों की पहचान मानसून संबंधित आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में की गई है। बचाव दल, राहत कार्यों, खोज और बचाव कार्यों का संचालन कर रहे हैं।
राजधानी काठमांडू को भारी नुकसान
इसके अलावा सबसे ज्यादा नुकसान राजधानी काठमांडू को हुआ है। यहां के कुछ हिस्से बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गए हैं। मृतकों में तीन सदस्य एक ही परिवार के थे। काठमांडू स्थित उनके घर की दीवार ढहने से तीनों उसकी चपेट में आ गए थे। वहीं, तीन अन्य लोग पूर्व के खोतांग जिले में एक भूस्खलन में मारे गए।
छह हजार लोग प्रभावित
वहीं, गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राहत अभियान से जुड़े कार्यों में तेजी लाई गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब छह हजार लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है।