सैय्यद मोहम्मद अब्बास
भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रहे सेमी फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की हालत खस्ता नजर आ रही है। न्यूजीलैंड को 239 रन के स्कोर पर रोकने वाली टीम इंडिया पिच के मिजाज में फंसती नजर आ रही है। मैनचेस्टर में टीम इंडिया के छह खिलाड़ी पावेलियन लौट चुके हैं और स्कोर 100 के आस-पास है। टीम इंडिया का टॉप ऑडर इस मुकाबले में पूरी तरह से फ्लॉप होता नजर आ रहा है।
महज पांच रन के अंदर ही तीन विकेट टीम इंडिया ने गवां दिया था। रोहित,विराट और राहुल क्रमश: एक-एक-एक रन का स्कोर ही बना सके। इसके बाद नजरे अनुभवी कार्तिक पर जम गई थी लेकिन उन्होंने एक बार फिर निराश किया है। कार्तिक ने 25 गेंदे खेलकर केवल छह रन ही बना सके। इस तरह से देखा जाये तो 15 साल बाद विश्व कप की टीम में मिली जगह को वो भुना नहीं सके।
आंकड़ों के खेल में भी फेल है कार्तिक
विश्व कप में कार्तिक एक अतिरिक्त बल्लेबाज के रूप में तब शामिल किया गया जब शमी जैसे खतरनाक गेंदबाज को बाहर बैठान पड़ा। उन्होंने तीन मुकाबले में केवल 14 रन ही बनाये । ऐसे में उनकी आखिरी पारी उनके करियर का अंत कही जा रही है। 34 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में डेब्यू किया था लेकिन वह लगातार टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं। उन्होंने अब 94 मैच खेले लेकिन टीम में उनकी जगह कभी पक्की नजर नहीं आई है।
साल 2007 की विश्व कप की टीम में जगह दी गई। उस समय कैफ जैसे अनुभवी खिलाड़ी को तर्जी नहीं दी गई थी और कार्तिक को वेस्टइंडीज भेजा गया था। पिछले साल निदहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ आठ गेंदों में 29 रन जड़कर एकाएक सुर्खियों में आ गए थे। इस वजह से उन्हें फिर से टीम में शामिल किया गया। अब जब विश्व कप के सेमीफाइनल में उनक बल्ला खामोशी की चादर ओढ़ा रहा। इस वजह से कहा जा रहा है यह मैच उनके करियर का अंतिम मुकाबला है।