केडी सिंह बाबू स्टेडियम में बृज के छोरे और गंगा के लड़इयां के बीच होगी खिताबी टक्कर
लखनऊ। गांव के युवाओं में छिपी प्रतिभा को सामने लाने व उनके जीवन को सकारात्मक दिशा देने के मकसद से बीते काफी समय से आयोजित की जा रही इंडियन ग्रामीण क्रिकेट लीग (आईजीसीएल) का लखनऊ का सफर अब अपने आखिरी सोपान पर पहुंच चुका है। इस लीग का फाइनल चार अगस्त को बृज के छोरे और गंगा के लड़इयां के बीच केडी सिंह बाबू स्टेडियम में खेला जाएगा जिसमें ग्लैमर की भी जमकर छौंक लगेगी।
आईजीसीएल के चेयरमैन डा.अनुराग भदौरिया के अनुसार इस बार एक नए अंदाज में लीग का लखनऊ में आगाज़ 12 अप्रैल को हुआ था। इसमे प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि की चुनिंदा छह टीमों (भोजपुरी टाइगर्स, अवध के शेर, गंगा के लड़इया, फाइटर आल्हा ऊदल, रूहेलखंडी टाइगर, और बृज के छोरे) के बीच हुए कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद बृज के छोरे और गंगा के लड़इयां ने खिताबी दौर में जगह बनाई थी।
उन्होेंने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी चार अगस्त को होने वाले फाइनल में ग्रामीण इलाकों से जुड़े क्रिकेटरों का हौसला बढ़ाने के लिए ग्लैमर का तड़का भी लगेगा। उन्होंने कहा कि 2009 से शुरू हुई इस लीग में ग्रामीण प्रतिभाओं को मौका दिया जाता है और इस बार भी ग्रामीण युवा क्रिकेटर चौके-छक्के लगाते दिखेंगे। उन्होंने बताया कि लीग में एलबीडब्ल्यू को छोड़कर सारे नियम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लागू है।
उन्होंने बताया कि प्रतिभागी टीमों में सूदूर गांवों के खिलाड़िय़ों का चयन किया गया था तथा शहरों में मैच होने से गांव के खिलाडिय़ों को शहर में अपना खेल कौशल दिखाने का भरपूर मौका मिला है। इसकी वजह से कई अनूठे रिकार्ड भी आईजीसीएल के मैचों के दौरान बने हैं।