न्यूज डेस्क
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास ‘प्रजा वेदिका’ को तोड़ने का आदेश दिया है। इस पर मंगलवार से काम शुरू हो जाएगा। हालांकि, अभी तक चंद्रबाबू नायडू ‘प्रजा वेदिका’ में ही रह रहे हैं।
22 जून को रेड्डी की सरकार ने इसे अपने कब्जे में ले लिया था। बता दें की कुछ दिनों पहले चंद्रबाबू नायडू ने जगनमोहन रेड्डी को चिट्ठी लिखकर ‘प्रजा वेदिका’ को नेता प्रतिपक्ष का सरकारी आवास घोषित करने की मांग की थी।
सीएम के इस कदम को विपक्षियों ने बदले की कार्रवाई करार दिया है। साथ ही आरोप लगाया है कि सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति कोई संवेदना नहीं दिखाई, और घर पर रखे उनके सामानों को बाहर फेंक दिया गया।
जब से आंध्र प्रदेश ने अपना प्रशासन हैदराबाद से अमरावती शिफ्ट किया है तब से चंद्रबाबू नायडू कृष्णा नदी के किनारे उंदावल्ली स्थित इस आवास में रह रहे थे। हैदाबाद अब तेलंगाना की राजधानी बन गया है। प्रजा वेदिका का निर्माण सरकार ने आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एपीसीआरडीए) के जरिए तत्कालीन मुख्यमंत्री आवास के रूप में किया था। पांच करोड़ रुपए में बने इस आवास का इस्तेमाल नायडू आधिकारिक कार्यों के साथ ही पार्टी की बैठकों के लिए करते थे।
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तेलुगू देशम पार्टी ने इसे बदले की कार्रवाई करार देते हुए आरोप लगाया है कि रेड्डी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति कोई सद्भावना नहीं दिखाई और उनके सामान को भी घर से बाहर कर दिया उन्होंने आरोप लगाया कि परिसर को कब्जे में लेने के सरकार के निर्णय के बारे में पार्टी को बताया तक नहीं गया। नायडू इस समय परिवार के सदस्यों के साथ विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं।