न्यूज डेस्क
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पिछले काफी दिनों से बहुत तकलीफ में है। सार्वजनिक मंच से जनता को अपनी तकलीफ बताते हैं लेकिन वजह नहीं बताते। उन्हें किससे तकलीफ है इसका जिक्र तो नहीं करते लेकिन विपक्षी दल भाजपा का जिक्र करना नहीं भूलते। बीजेपी उनकी सरकार गिराने की साजिश कर रही है वह ऐसा कई बार कह चुके हैं। तो क्या वह भाजपा की वजह से तकलीफ में हैं या कोई और वजह है? फिलहाल उन्हें अपनी तकलीफ की परवाह नहीं हैं लेकिन जनता की तकलीफ वह दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे।
कर्नाटक की सियासत में सब ठीक नहीं है। सियासी रार अब सार्वजनिक हो गई है। लगातार कुछ असहज संकेत देने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। जिस तरह से मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी सार्वजनिक मंच से रोना-धोना और तकलीफ बयान कर रहे हैं उससे साफ है कि उनकी सरकार में सब ठीक नहीं है।
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने चन्नपटना में आयोजित एक कार्यक्रम में मौजूूद लोगों से कहा, ‘मैं बता नहीं सकता रोज किस तरह की तकलीफ से गुजरता हूं। आपसे कहना चाहता हूं पर कह नहीं सकता, लेकिन इतना भरोसा देता हूं कि आपकी तकलीफ दूर करने की पूरी कोशिश करूंगा। आपकी उम्मीदें पूरी करूंगा।’
कुमारस्वामी के इस बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इसके पहले भी कुमारस्वामी सार्वजनिक मंच से रोते हुए सरकार पर दबाव बनाने की बात कही थी।
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दो मोर्चों पर जूझ रहे हैं कुमारस्वामी
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अपनी सहयोगी पार्टी कांंग्रेस से जूझ रहे हैं तो दूसरी ओर भाजपा से। कुमारस्वामी कई बार शक जता चुके हैं कि भाजपा उनकी सरकार को गिराना चाहती है। 18 जून को ही मुुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने रामनगर में एक गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार गिराने के लिए निरंतर प्रयास हो रहा है और कौन इसके पीछे है, वह उसे जानते हैं।
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अपने दावे के समर्थन में कुमारस्वामी ने कहा कि 17 जून की रात में उनके एक विधायक ने उनसे बात की और बताया कि आधे घंटे पहले भाजपा के एक नेता ने उन्हें फोन किया। नेता ने कहा कि कल शाम तक सरकार गिरने वाली है।’ कुमार स्वामी ने आरोप लगाया, ‘उस नेता ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के नौ विधायक पहले ही हस्ताक्षर कर चुके हैं। नेता ने कहा कि यदि वह (विधायक) सहमत होते हैं तो उनके ठिकाने पर 10 करोड़ रुपये पहुंचा दिए जाएंगे।’
हालांकि भाजपा प्रवक्ता जी मधुसूदन ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
सिद्धारमैया को लेकर कुमारस्वामी असहज
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक जेडीएस-कांग्रेस समन्वय समिति के मुखिया और राज्य के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर कुमारस्वामी असहज हैं और वे कई बार जाहिर भी कर चुके हैं। यहां तक कि उनके पिता जेडीएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी सिद्धारमैया की कार्यशैली को लेकर असंतोष जता चुके हैं। जबकि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के सबसे बड़े हिमायती देवेगौड़ा ही माने जाते हैं।
मालूम हो कि विधानसभा चुनाव के बाद जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन में लगातार टकराव की खबरें आ रहीं हैं, जिसका असर लोकसभा चुनाव पर भी साफ नजर आया। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच जमीन पर कोई तालमेल नहीं था, जिसका फायदा सीधे-सीधे बीजेपी को मिला।
रोशन बेग ने भी निलंबन का कारण सिद्धारमैया को बताया
सिद्धारमैया के खिलाफ कांग्रेस के भीतर से भी आवाजे उठने लगी हैं। हाल ही में पार्टी से निलंबित किए गए वरिष्ठ नेता रोशन बेग ने खुले तौर पर कहा, ‘मुझे राज्य के नेताओं ने निशाना बनाया है। मेरे मन में राहुल गांधी के लिए बहुत सम्मान है। मैंने उनकी कभी आलोचना नहीं की, पर अन्य मामलों में जहां मुझे लगा कि सच सामने लाना चाहिए वह मैंने लाया। क्या सच बोलना ग़ुनाह है? मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के खराब प्रदर्शन के कुछ कारणों का खुलासा किया था। महज इसी बात के लिए मुझे पार्टी से निलंबित कर दिया गया। ‘
गौरतलब है कि सिद्धारमैया 18 जून को दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिले थे। इसके बाद रोशन बेग को उनके कथित पार्टी विरोधी बयानों के आधार पर प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। बुधवार को सिद्धारमैया ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस इकाई को भी भंग कर दिया गया है।