जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में काम के बदले रिश्वत मंगना पुलिस ऑफिस में तैनात एक लिपिक को महंगा पड़ गया। एंटी करप्शन की टीम ने लिपिक (बड़े बाबू) को 5 हजार की रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ा है। लिपिक पर आरोप है कि इंस्पेक्टर से मेडिकल के नाम पर 5 हजार की रिश्वत मांग रहा था।
ऐसे में पीड़ित इंस्पेक्टर ने एंटी करफ्शन लखनऊ से इसकी शिकायत की थी। जिस पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर रंगे हाथ आरोपी लिपिक को पांच हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
साथ ही आरोपी लिपिक केस दर्ज कराने के साथ ही कैंट पुलिस के सुपुर्द किया है। दिलचस्प है कि आरोपी लिपिक शहर के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित पुलिस ऑफिस दफ्तर में तैनात है। साथ ही आरोपी लिपिक एसएसपी के बड़े बाबू के तौर पर जाना जाता है।
वहीं एंटी करप्शन टीम के ने बताया है कि दरअसल पड़ोसी जिला महराजगंज के कैपियरगंज थाने में तैनात इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने एंटी करप्शन में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी।
दारोगा का आरोप है कि पुलिस ऑफिस में तैनात लिपिक ज्ञानेन्द्र सिंह मेडिकल के नाम पर पांच हजार रिश्वत मांग रहा था। ऐसे में शिकायत पर कार्रवाई करते हुये एंटी करप्शन लखनऊ की टीम ने लिपिक ज्ञानेन्द्र सिंह को पांच हजार रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। साथ ही केस दर्ज कर आरोपी बड़े बाबू को कैंट पुलिस के हवाले किया है।