क्राइम डेस्क
जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो जनता का हाल कैसा होगा। ऐसा ही एक मामला दिल्ली के मुखर्जी नगर में सामने आया है। यहां एक सिख चालक और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। ये झड़प इतनी बढ़ गई की सरदार ने गुस्से में आकर कृपाण निकाल लिया। इसके बाद बौखलाई पुलिस ने इकठ्ठा होकर बीच सड़क पर सरदार और उसके बेटे की लात घूसों और डंडों से पिटाई कर दी। करीब आधे घंटे तक यह माजरा सड़क पर होता रहा।
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण सेवा चालक सरबजीत सिंह अपने नाबालिग बेटे के साथ ग्रामीण सेवा वाहन लेकर मुखर्जी नगर थाने के सामने से गुजर रहा था। इस दौरान उनके वाहन की मुखर्जी नगर थाने की आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) से टक्कर हो गई। बताया जा रहा है कि एएसआई ने सरबजीत को ठीक से वाहन चलाने की नसीहत दी। इस पर उसने तलवार निकाल ली और एएसआई से भिड़ गया।
इस घटना में आरोपित चालक ने थाने के अंदर से उसे काबू करने आए अन्य पुलिसकर्मियों पर तलवार से हमला कर दिया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिसकर्मी चालक और उसके बेटे को काबू कर सके। इसके बाद दोनों को पुलिसकर्मियों ने जमकर पीटा।
वहीं , दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘ मुखर्जी नगर में दिल्ली पुलिस की बर्बरता बहुत निंदनीय और अनुचित है। मैं पूरी घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं।’
मुख़र्जी नगर में माहौल तनावपूर्ण
घटना के दौरान सड़क पर मौजूद लोगों द्वारा विडियो बना लिया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। घटना के बाद बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने मुखर्जी नगर लालबत्ती के पास सड़क जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे विधायक पंकज पुष्कर, अखिलेश पति त्रिपाठी, मनजिंदर सिंह सिरसा ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कारवाई की मांग की। वहीं, पुलिस चालक व उसके बेटे का एमएलसी कराने बाबू जगजीवन राम अस्पताल पहुंची तो लोगों ने वहां भी हंगामा किया। फिलहाल मुख़र्जी नगर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
सस्पेंड हुए तीन पुलिस कर्मी
गुरुद्वारा सिख प्रबंधक कमेटी से मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिख की पिटाई और पग के अपमान के कारण पुलिसकर्मियों पर हत्या की कोशिश का मुकद्दमा दर्ज करने की मांग की है। वहीं, देर रात इस मामले को लेकर इलाके के डीसीपी ने तीन पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया।
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