न्यूज डेस्क
कुछ दिनों पहले रेलवे ने कुछ ट्रेनों में यात्रियों को मालिश की सुविधा देने की बात कही थी। रेलवे की मालिश की सुविधा वाली योजना बहुत लोगों को पंसद नहीं आई थी। दबी जुबान में लोगों ने इसका विरोध किया था लेकिन अब बीजेपी के ही नेता इस योजना के विरोध में खड़े हो रहे हैं।
10 जून को मध्य प्रदेश के भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने पत्र लिखकर इस योजना को स्तरहीन बताया था और अब भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सवाल उठाया है।
सुमित्रा ताई ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल की प्रस्तावित मालिश योजना को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है?
महिला यात्रियों को होगी परेशानी
सुमित्रा ताई ने पीयूष गोयल को लिखे पत्र में पूछा है- “इस प्रकार की (मालिश) सुविधा के लिये चलती रेलगाड़ी में किस तरह की व्यवस्था की जायेगी क्योंकि इससे यात्रियों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा एवं सहजता के संबंध में कुछ प्रश्न हो सकते हैं”।
पत्र में उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि क्या इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर मसाज पार्लर खोले जाने का भी कोई प्रस्ताव है?
भाजपा सांसद ने योजना पर पुनर्विचार करने को कहा
गौरतलब है कि सुमित्रा महाजन से पहले, इंदौर क्षेत्र के नवनिर्वाचित भाजपा सांसद शंकर लालवानी भी मालिश योजना पर रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिख चुके हैं। 10 जून को लिखे पत्र में लालवानी ने “भारतीय संस्कृति के मानकों” का हवाला देते हुए रेलवे की प्रस्तावित मालिश सेवा को “स्तरहीन” बताया था। इसके साथ ही, उन्होंने अनुरोध किया था कि वह इस योजना को लेकर जनमानस की भावनाओं के मुताबिक पुनर्विचार करें।
39 ट्रेनों में शुरु मालिश की सुविधा शुरु करने का है प्रस्ताव
मालूम हो कि भारतीय रेलवे ने पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनों में यात्रियों को मालिश की सुविधा देने का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि, कब शुरु होगा इसकी घोषणा नहीं की गई है।
हालांकि रतलाम रेल मंडल के अधिकारी पहले ही बता चुके हैं कि चलती ट्रेनों में सुबह छह से रात 10 बजे के बीच प्रस्तावित सेवा के तहत यात्रियों के सिर और पैर जैसे अंगों की मालिश की जायेगी।